मन को रीसेट करने का सीक्रेट फॉर्मूला : शांत जगह चुनें और मन को दें सुकून…करें साउंड मेडिटेशन…जाने तरीका

साउंड मेडिटेशन एक ऐसी तकनीक है जो हमें मन की शांति और भावनात्मक संतुलन खोजने में मदद करती है। इस ध्यान पद्धति में ध्वनियों का प्रयोग किया जाता है – जैसे मंत्र, संगीत, भजन या प्राकृतिक आवाज़ें। यह न केवल तनाव कम करता है बल्कि आत्म-जागरूकता और सकारात्मक सोच को भी बढ़ाता है।

आइए जानें साउंड मेडिटेशन को अपनाने के आसान तरीके:

1. शांत जगह चुनें
सबसे पहले ऐसी जगह का चयन करें जहां शोर या व्यवधान न हो। यह आपके घर का एक कोना हो सकता है या बाहर कोई शांत प्राकृतिक स्थान। वहां बैठें या लेटें और खुद को पूरी तरह ध्यान के लिए तैयार करें।

2. आरामदायक मुद्रा में बैठें
मेडिटेशन करते समय सही मुद्रा बहुत महत्वपूर्ण है। आप पालथी मारकर फर्श पर बैठ सकते हैं या कुर्सी का सहारा ले सकते हैं। पीठ सीधी और शरीर रिलैक्स रखें। यदि लेट रहे हों तो सिर और गर्दन सीधी होनी चाहिए ताकि शरीर पर कोई तनाव न पड़े।

3. सांसों पर ध्यान दें
गहरी सांस लें और धीरे-धीरे छोड़ें। यह प्रक्रिया आपके मन और शरीर को तुरंत शांत कर देती है। नियमित गहरी सांस लेने से ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर होता है और मानसिक तनाव कम होता है।

4. सही ध्वनि का चयन करें
मेडिटेशन के लिए वह ध्वनि चुनें जो आपको सबसे ज्यादा सुकून दे।

  • मंत्र – इसे सही तरीके से दोहराएं ताकि कंपन से सकारात्मक ऊर्जा महसूस हो।
  • संगीत – हल्का, धीमा और मधुर संगीत चुनें।
  • प्राकृतिक ध्वनियां – पक्षियों की आवाज, पानी की धारा या पत्तों की सरसराहट मन को गहराई से शांत करती हैं।

5. नियमितता बनाए रखें
मेडिटेशन का पूरा लाभ तभी मिलेगा जब इसे नियमित रूप से किया जाए। रोज़ कुछ मिनट इसका अभ्यास करें। धीरे-धीरे यह आपकी दिनचर्या का हिस्सा बन जाएगा और आप खुद में सकारात्मक बदलाव महसूस करेंगे।

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