- भाजपा पूर्व अध्यक्ष सौरभ गुप्ता ने प्रेस वार्ता कर कालेज प्रशासन की उड़ाई धज्जी
- शिक्षा विभाग से शिकायत के बाद बैकफुट पर आया स्कूल प्रशासन
मोहम्मदी,लखीमपुर। भारी भरकम फीस वसूली के बाद टूर के नाम पर बच्चों को बाहर भेजने पर भी बच्चों के अभिभावकों से शुल्क वसूली करने वाले उमा देवी चिल्डेंस एकेडमी ने टूर पर गए बच्चों के अगले दिन स्कूल न पहुंचने पर तुगलकी फरमान जारी कर पांच दिन क लिए सस्पेशन कर दिया। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष के मामले को गंभीरता से लेने पर स्कूल प्रशासन ने अपना फरमान तो वापस ले लिया।
लेकिन साथ ही सवाल उठा दिया कि आखिर टूर से लौटने के बाद थके हारे छोटे नन्हे मुन्ने बच्चों के स्कूल न पहुंचने पर कालेज प्रशासन ने उनका सस्पेशन कर आखिर किस मानसिकता का परिचय दिया।
स्कूल की ओर से भेजे गए कक्षा सात के बच्चों का एक टूर स्कूल प्रशासन की ओर से बच्चों को तमाम अन्य जानकारियों से अवगत कराने के लिए लखनऊ भेजा गया।
इसके बाद टूर के बच्चों को वापस लौटने के बाद अगले दिन कालेज नहीं पहुंचने पर कालेज प्रशासन ने तुगलकी फरमान जारी कर दिया। और ऐसे बच्चे जो अगले दिन स्कूल नहीं पहुंचे उनके लिए सजा के तौर पर पांच दिन के लिए स्कूल से सस्पेड कर दिया। स्कूल की इस मनमर्जी को लेकर तमाम अभिभावकों ने कालेज प्रशासन से बात करने पर संतोष जनक जबाब नहीं दिया गया। इसी बीच एक अभिभावक सौरभ गुप्ता ने प्रेस कांफ्रेस कर कालेज प्रशासन की कडी आलोचना करते हुए उच्चाधिकारियों से शिकायत की।
बता दें कि उमा देवी चिल्डेंस एकेडमी प्रशासन की ओर से करीब दो सौ बच्चों को स्कूल की बसों से लखनऊ सांइस सिटी, चिडियाघर आदि के संबंध में प्रायोगिक जानकारी देने के लिए टूर भेजा गया था। जिसका कालेज प्रशासन द्वारा प्रति बच्चा एक हजार रुपये का शुल्क वसूला गया। टूर के बच्चे देर रात करीब साढे बारह बजे के आस पास मोहम्मदी पहुंचे जहां से उनके परिवारजन बरबर चौराहे से अपने अपने बच्चों को घर ले गए। घर पहुंचते पहुंचते एक बज गया। नतीजतन सुबह थके हारे होने के कारण बच्चे सो गए। साथ ही अभिभावकां ने भी बच्चों को स्कूल भेजना उपयुक्त नहीं समझा।
इधर बच्चों को लेने के लिए करीब सवा सात बजे पहुंची स्कूली वैन से बच्चे सोकर उठ नहीं पाने के कारण स्कूल नहीं जा सके। नतीजतन स्कूल प्रशासन ने तुगलकी फरमान जारी करते हुए ऐसे बच्चों को पांच पांच दिन के लिए बतौर सजा स्कूल आने से मनाही करते हुए सस्पेड कर दिया। जिससे अभिभावकां का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। अभिभावकों का आरोप है कि इस संबंध मे स्कूल प्रशासन से बात करने पर संतोषजनक जबाब नही दिया गया और बच्चों को स्कूल आने से मनाही कर दी गई। मामला उस समय तूल पकड गया।
जब भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सौरभ गुप्ता ने प्रेस वार्ता करते हुए पत्रकारों से बताया कि उनकी बेटी परिधि गुप्ता उमादेवी चिल्डेस एकेडमी कक्षा सात में पढती है। टूर से लौटने के बाद थके होने के कारण सुबह देर से उठी और स्कूल नहीं जा सकी। जिस पर कालेज प्रशासन ने बतौर सजा के मुकर्रर करते हुए पांच दिनों के लिए सस्पेड कर दिया। इसे लेकर उन्होने शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों से शिकायत की। जिस पर कालेज प्रशासन ने बच्चों का सस्पेशन वापस ले लिया।
मुझे शिकायत मिली थी कि बच्चे लेट आए हैं उसके बाद स्कूल ने उनको सस्पेंड कर दिया। मैने विद्यालय के प्रिंसिपल से बात की और कहा कि आप अपना सस्पेंशन वापस लीजिए बच्चों के साथ गलत नहीं होना चाहिए जिसके बाद उन्होंने बात मान ली और सस्पेंशन कैंसल कर दी।
डॉ. महेंद्र प्रताप सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक, लखीमपुर खीरी