
Sawan Shiv Temple : सावन माह की शुरुआत हो चुकी है। हिंदू धर्म में सावन मास भगवान शिव को सबसे प्रिय है। इसलिए श्रद्धालु सावन में शिवालयों में जाकर भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं और मनोकामना पूर्ती की कामना करते हैं। भगवान शंकर के कई प्रसिद्ध और चमत्कारी शिवालय देश भर में स्थापित हैं। ऐसा ही एक शिव मंदिर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित है। इस मंदिर की खासियत ये है कि यह शिव मंदिर गोमती नदी के बीचों-बीच स्थित है। यह शिव मंदिर मां गोमती नदी के बीच में कैसा आया, इसको लेकर कई कथाएं प्रचलित हैं।

हम बात कर रहे हैं, लखनऊ के गोमदी नदी की गोद में स्थित गोमतेश्वर बाबा मंदिर की। इस मंदिर को गोपेश्वर महादेव, गोमेश्वर महादेव और अकलेश्वर महादेव मंदिर के नाम से भी जानते हैं। यह मंदिर काफी प्रचलित नहीं है, इसलिए इसके बारे में काफी कम लोग ही जानते हैं। इस मंदिर की खासियत ये है कि ये गोमती नदी की धारा के बीच में स्थित है। इसलिए यहां पहुंचने के लिए नाव का प्रयोग करना पड़ता है। जो भी श्रद्धालु गोमतेश्वर महादेव के दर्शन करने के लिए जाते हैं, उन्हें नाव में बैठकर ही जाना पड़ता है।

कहा जाता है कि इस मंदिर परिसर में चारों तरफ हरियाली है। यहां बतखों का झुंड और एक सर्प भी रहता है। मान्यता है कि यह सर्प सावन मास में भगवान शिव का पूजन करता है। मंदिर परिसर में पुजारी का भी आवास है। वह जीवनशैली से जुड़ी सामग्रियों के लिए नाव से ही नदी पार कर बाहर शहर में आते-जाते हैं।

लखनऊ की गोमती नदी के बीच में यह मंदिर कब से है, इस विषय में सटीक जानकारी यहां के पुजारी को भी नहीं है। लेकिन कहा जाता है कि पहले यह मंदिर गोमती नदी के किनारे स्थित था। धीरे-धीरे यह मंदिर खिसकता रहा और नदी के बीचों-बीच स्थापित हो गया।