
कानपुर। भारत द्वारा पाकिस्तान में घुसकर एयर स्ट्राइक करने के दूसरे दिन विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना पहलगाम में 22 अप्रैल को मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी के घर पहुंच गए। उन्होंने शुभम की पत्नी ऐशन्या को ऑपरेशन के बारे में बताया। इसी बीच ऐशन्या के पैर छूने के लिए झुके, तो ऐशन्या ने महाना का हाथ पकड़ लिया। ऐशन्या बोलीं- आप पैर न छुएं। सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दीजिए बस। महाना ने ऐशन्या के सिर पर हाथ फेरा, गले लगाकर सांत्वना दी। पत्नी ऐशन्या ने कहा- पति की मौत का बदला पूरा हुआ। ऑपरेशन सिंदूर ने कलेजे को ठंडक पहुंचाई। आतंकवाद नहीं खत्म हुआ, तो सारे घर ऐसे उजड़ जाएंगे। वहीं, शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने कहा- जब से हमने यह खबर सुनी है, मेरा पूरा परिवार हल्का महसूस कर रहा है। मेरी बहू का सिंदूर उजाड़ने वालों का विनाश करने का काम सरकार ने किया। श्री महाना ने कहा कि अभी ये लड़ाई बंद नहीं हुई है, भारत-पाकिस्तान के फैलाए इस आतंक को युद्ध और कूटनीति के जरिए कुचला जाएगा।