
भास्कर ब्यूरो
संतकबीरनगर : जिले में मंगलवार को सुबह लूट के आरोपित और बेलहर पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। जब पुलिस ने संदिग्ध मानकर रोकने का प्रयास किया तो दोनों आरोपियों में से एक ने पुलिस के ऊपर गोली फायर कर दिया, जिससे जवाबी कार्यवाही में पुलिस ने भी फायरिंग किया। एक आरोपित को पुलिस ने दौड़ाकर तो पकड़ लिया, लेकिन दूसरे आरोपित के पैर में गोली लगी है। जिससे पुलिस मेंहदावल सीएचसी लेकर गई, जहां से गंभीर स्थित को देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
हालांकि अभी पूरे मामले पर अभी तक पुलिस के किसी भी अधिकारी का कोई बयान नही आया है। कि किस मामले पर और किसका एनकाउंटर किया गया। पुलिस सूत्रों का दावा है कि यह लूट मामले को लेकर एनकाउंटर हुआ है।
क्या है पूरा मामला
सिद्धार्थनगर के शास्त्री नगर तेतरी बाजार निवासी नूर आलम ने बेलहर पुलिस को तहरीर दिया कि मेरा सिद्धार्थनगर में रिंकू मोबाइल के नाम से दुकान संचालित है। एक फरवरी को दुकान पर काम करने वाले प्रदीप कन्नौजिया व सलीम मोहम्मद को सिद्धार्थनगर से संतकबीरनगर ( खलीलाबाद) मोबाइल देने व कलेक्शन करने के लिए भेजा गया था। वह दोनों रात में 9:30 बजे बाइक से लौट रहे थे की चार लोगों ने रास्ता पूछने के बैग छीन लिया। बैग में नकदी कितना था इस बात का जिक्र नही था, लेकिन दुकान के संचालक नूर आलम में ₹6 लाख रुपए बैंक होने का दावा किया था।

लापरवाही में निलंबित किए जा चुके हैं बेलहर एसओ : पूरी घटना 1 फरवरी की हुई थी तत्कालीन बेलहर एसओ नंदू गौतम ने मामले को दबाए रखा और उच्च अधिकारियों को अवगत नहीं कराया । मामला 5 फरवरी को एसपी की संज्ञान में आया। 6 फरवरी को डीआईजी दिनेश कुमार पी और एसपी ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। उसके बाद से लापरवाही में और उच्च अधिकारी को जानकारी न देने पर बेलहर एसओ को नंदू गौतम को पुलिस अधीक्षक सत्यजीत गुप्ता ने निलंबित कर दिया था।
खुलासे के लिए लगी हुई थी पांच टीम: पूरे मामले में डीआईजी घटना की मनरेटिंग कर रहे थे, इसलिए 5 टीम को पूरे मामले का पर्दाफाश के लिए लगी थी ।










