नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा मामले में पुलिस ने 100 पत्थरबाजों की पहचान करली है। पुलिस ने इनके पोस्टर जारी किए हैं। ज्यादातर दंगाईयों के हाथ में पत्थर दिखाई दे रहे हैं। कुछ के मुंह पर कपड़ा बंधा हुआ है। पुलिस ने कहा कि अभी और वीडियो, सीसीटीवी और ड्रोन फुटेज की जांच की जा रही है। आगे और भी पोस्टर जारी किए जाएंगे। इसके साथ ही सड़कों पर उनके पोस्टर और होर्डिंग्स भी लगाए जाएंगे।
अब तक 27 हो चुके गिरफ्तार
पुलिस ने अब तक इस मामले 4 महिलाओं समेत 27 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनकी उम्र 14 से 72 साल के बीच की है। पुलिस ने एक महिला का पोस्टर भी जारी किया जिसमें वो छत से पत्थर फेंकते नजर आ रही है। यह महिला पत्थरबाज दीपासराय इलाके की रहने वाली है। बता दें कि दीपासराय इलाका इलाका सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के पास का है।
पत्थरबाज महिलाओं का वीडियो आया सामने
संभल हिंसा का एक और वीडियो सामने आया है। इसमें जियाउर्रहमान बर्क के घर के पास ही कुछ महिलाएं छतों से पुलिस पर पत्थर बरसाती दिखाई दे रही हैं। पुलिस कमिश्नर ने का कहना है कि पत्थरबाजी में शामिल किसी भी अराजक तत्व चाहे वह पुरुष हों या महिलाएं बख्शा नहीं जाएगा।
उपद्रवियों से होगी नुकसान की भरपाई
वहीं हिंसा पर यूपी के आबकारी राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा कि कानून से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। पत्थरबाजी करने वाले, दंगा भड़काने वाले उपद्रवियों के पोस्टर सार्वजनिक स्थान पर लगाए जाएंगे। सार्वजनिक संपत्ति का जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई उपद्रवियों से कराई जाएगी। वहीं, प्रदेश की योगी सरकार के निर्देश पर हिंसा में जो-जो लोग शामिल हैं, उनकी पहचान के बाद उनसे नुकसान की वसूली की तैयारी की जा रही है।