
Chandausi, Sambhal : संभल मेला गणेश चौथ में ड्यूटी पर तैनात सिपाही की उस वक्त मौत हो गई जब सिपाही मेले में ड्यूटी पर जा रहा था । भारी बारिश के चलते नाले में गिरने से मौत हो गई । जहां व्यक्ति और परिवार सोचने पर मजबूर है कि हल्की सी लापरवाही के चलते सिपाही की जान चली गई बड़ा सवाल ।
सुरक्षा बढ़ाने हेतु:
यह बैरिकेडिंग लोगों को नाले के पास जाने से रोकने और किसी भी दुर्घटना से बचाने के लिए की गई क्या? नाले के पास और भी बैरिकेडिंग कर दी गई है, यह बताने के लिए कि नाले की सीमा को और अधिक सुरक्षित करने या किसी प्रकार के खतरे को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया क्या , मेला प्रभारी सत्येंद्र पवार द्वारा?
कोई भी घटना, हादसा सबक लेने और सुधार से ही दोबारा घटित नहीं होता। बशर्ते हम सबक लें तो भविष्य में किसी भी दुर्घटना को रोक सकते हैं। लेकिन जिम्मेदारी एजेंसियां और मेला प्रभारी इस सोच से सरोकार नहीं रखते। मेला गणेश चौथ के चलते नालों पर होनी चाहिए थी कि नहीं बैरिकेडिंग? इसीलिए वो हमेशा बार-बार हादसों का इंतजार करते हैं, इससे यह भी परिलक्षित होता है कि जिम्मेदार अधिकारियों के लिए किसी की जिंदगी कोई मायने नहीं रखती । आए दिन नालों में गिरने से लोगों की मौत होती है और इन हादसों का सबसे बड़ा कारण उनका खुला होना होता है । इतना बड़ा हादसा,आखिर जिम्मेदार कौन है नगर पालिका परिषद या मेला प्रभारी?
सोमवार को सुबह 10:00 बजे सीकरी गेट कबीर गली पुलिया के पास, तेज बारिश के चलते संभल में ड्यूटी के दौरान बड़ा हादसा हुआ है, सिपाही रजनीश की नाले में गिरने से मौत हो हो गई है । पुलिस ने पुलिस का शव निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
विभागों से सवाल-
कब रुकेगा मौतों का सिलसिला?