
पटना, बिहार। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव बुधवार को अचानक पटना के पुनाईचक स्थित समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यालय जा पहुंचे। इस मुलाकात ने बिहार की राजनीति में नए कयासों को जन्म दे दिया है।
सपा कार्यालय में तेज प्रताप यादव का सपा कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें गुलदस्ता भेंट किया। इस पर तेज प्रताप ने अपने पिता लालू प्रसाद यादव के अंदाज में मजाकिया लहजे में कहा, “अरे ये क्या भाई, एक ही गुलदस्ता सब बारी-बारी से दे रहा है।”
राजद से निष्कासन पर अखिलेश यादव से बातचीत
गौरतलब है कि लालू प्रसाद यादव ने अपने बेटे तेज प्रताप को राजद से बाहर निकाल दिया है। पार्टी से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप यादव ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से भी बात की थी। उस समय अखिलेश यादव ने तेज प्रताप से पूछा था कि वह कहाँ से चुनाव लड़ना चाहते हैं। राजद से निष्कासन के बाद तेज प्रताप पहले ही महुआ से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। अब उनका अचानक सपा कार्यालय जाना और अखिलेश यादव से दोबारा बातचीत करना यह संकेत दे रहा है कि वे सपा से जुड़ने की इच्छा रख सकते हैं।
तेज प्रताप के बदले तेवर और राजद के लिए चुनौतियाँ
मंगलवार को मुजफ्फरपुर में अपनी एक सभा में तेज प्रताप ने कहा था, “हमको पार्टी से बाहर किया गया। कुछ जयचंदों को लगा कि दूसरा लालू प्रसाद यादव, तेज प्रताप यादव पैदा हो गया है, इसलिए उन लोगों की आंख में खटकने लगे।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि “हम हों या मेरा भाई तेजस्वी, हम जो पहनते हैं और जो हम बोल रहे हैं, वह हमारे पिता लालू यादव और हमारी माता राबड़ी देवी की देन है।”
राजद से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप यादव ने पीली टोपी पहनकर एक नया पैंतरा अपनाया है, जिससे उनके भाई तेजस्वी यादव के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। हाल ही में उन्होंने राजद नेता भाई वीरेंद्र के व्यवहार पर भी प्रश्न उठाया था। हरी टोपी की जगह पीली टोपी और बदले हुए मिजाज के साथ, तेज प्रताप के तेवर राजद के लिए नई चुनौतियाँ खड़ी कर सकते हैं।
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