
संभल। उत्तर प्रदेश के संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजारोहण करने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बर्क ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि भारत एक संवैधानिक और लोकतांत्रिक देश है, धार्मिक राष्ट्र नहीं। ऐसे में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों की जिम्मेदारी है कि वे सभी धर्मों और वर्गों का समान सम्मान करें।
सांसद बर्क ने कहा कि किसी एक धर्म विशेष को संदेश देने से राजनीतिक लाभ तो मिल सकता है लेकिन इससे देश का भला नहीं होता। उन्होंने लोगों से जागरूक रहने और अपने हितों को समझने की अपील की। बर्क ने कहा कि धर्म सभी के लिए महत्वपूर्ण है लेकिन देश का नेतृत्व हर धर्म और हर समाज को साथ लेकर चलें तभी देश मजबूत होगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह अपने धर्म के पक्ष में दृढ़ता से खड़े हैं लेकिन प्रधानमंत्री का दायित्व पूरे देश और हर धर्म की भावनाओं का सम्मान करना है।
टीएमसी विधायक हमायूं कबीर के पश्चिम बंगाल में बाबरी मस्जिद निर्माण के ऐलान पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी। सांसद बर्क ने कहा कि धार्मिक स्थलों को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए। मस्जिद बनाना मुसलमानों का धार्मिक और संवैधानिक अधिकार है। जहां जरूरत हो, वहां मस्जिदें बननी चाहिए ताकि समुदाय अपनी इबादत पूरी तरह कर सके।
कबीर द्वारा दिए गए निमंत्रण पर उन्होंने कहा कि उन्हें कोई आमंत्रण प्राप्त नहीं हुआ है। इसलिए टिप्पणी का कोई सवाल नहीं उठता। सांसद ने यह बयान संभल के थाना नखासा क्षेत्र के मोहल्ला दीपा सराय स्थित अपने आवास पर दिया।












