
संभल। जिले में सैयद सालार मसूद गाजी की याद में आयोजित होने वाला नेजा मेला इस वर्ष विवादों के कारण नहीं होगा। पुलिस प्रशासन ने मेले की अनुमति देने से इनकार कर दिया है, जिससे स्थानीय समुदाय में नाराजगी है।
एडिशनल एसपी श्रीश चंद्र ने आयोजकों से मुलाकात के दौरान कहा कि सालार मसूद गाजी महमूद गजनवी का भांजा और सेनापति था, जिसने सोमनाथ मंदिर को लूटा था और भारत में कत्लेआम किया था। उन्होंने इसे ‘कुरीति’ बताते हुए कहा कि ऐसे लुटेरों की याद में कोई कार्यक्रम नहीं होने दिया जाएगा।
इस निर्णय पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बीजेपी मिलीजुली संस्कृति और भाईचारे को नष्ट कर रही है। उन्होंने उदाहरण के तौर पर कुंभ मेले की तारीफ की, जबकि नेजा मेले की अनुमति नहीं दी गई।
नेजा मेला तीन दिनों तक चलता है, जिसमें चादरपोशी और दुआएं की जाती हैं। यह मेला सामाजिक सौहार्द का प्रतीक माना जाता था, लेकिन अब प्रशासनिक प्रतिबंधों के कारण यह आयोजन संभव नहीं हो पाएगा।