
नई दिल्ली : आज के दौर में शिक्षा का स्वरूप लगातार बदल रहा है। माता-पिता अब चाहते हैं कि उनके बच्चे छोटी उम्र से ही बेहतर वातावरण में पढ़ाई के साथ-साथ अनुशासन और सामाजिक गुण सीखें। यही वजह है कि देशभर में नर्सरी और प्री-स्कूल की मांग तेजी से बढ़ी है। छोटे बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा देने का सबसे उपयुक्त साधन यही संस्थान बन चुके हैं। लेकिन सवाल यह है कि यदि कोई व्यक्ति खुद नर्सरी स्कूल खोलना चाहे तो उसकी प्रक्रिया क्या है, कौन-कौन से डॉक्यूमेंट्स और लाइसेंस की आवश्यकता होगी और कितने समय तक लाइसेंस वैध रहता है?
नर्सरी स्कूल खोलने की शुरुआत कहाँ से करें?
सबसे पहले यह तय करना जरूरी है कि स्कूल किस क्षेत्र में खोला जाएगा। रिहायशी और सुरक्षित इलाकों में नर्सरी स्कूलों की मांग सबसे अधिक रहती है। इसके बाद स्थान चुनकर स्थानीय नगर निगम या नगर पालिका से ट्रेड लाइसेंस लेना अनिवार्य है। यह लाइसेंस आमतौर पर 1 से 3 वर्ष के लिए दिया जाता है और समय पूरा होने पर इसे रिन्यू कराना होता है।
संस्थापक और स्टाफ की योग्यता
नर्सरी स्कूल खोलने वाले फाउंडर के पास न्यूनतम 12वीं पास 10+2 योग्यता होनी चाहिए।
अगर उनके पास Diploma in Early Childhood Care & Education ECCE, Pre-Primary Teacher Training PPTT या Bachelor’s in Child Development जैसी डिग्रियां हैं तो यह और भी फायदेमंद है।
शिक्षकों के लिए प्री-प्राइमरी टीचर ट्रेनिंग अनिवार्य है।
बच्चों की देखभाल के लिए आया केयरटेकर भी नियुक्त करना जरूरी है।
जरूरी कानूनी प्रक्रिया
नर्सरी स्कूल खोलने के लिए कई तरह के सर्टिफिकेट और डॉक्यूमेंट जरूरी हैं, जिनमें शामिल हैं
ट्रेड लाइसेंस – स्थानीय नगर निगम नगर पालिका से।
बिल्डिंग फिटनेस सर्टिफिकेट – ताकि भवन सुरक्षित साबित हो।
फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट – बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए।
GSTIN या उद्यम रजिस्ट्रेशन – फीस और रसीदों का आधिकारिक लेखा-जोखा रखने के लिए।
इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएँ
नर्सरी स्कूल का वातावरण बच्चों के अनुकूल और आकर्षक होना चाहिए।
क्लासरूम रोशनी और वेंटिलेशन से भरपूर, रंग-बिरंगे और सुरक्षित फर्नीचर वाले होने चाहिए।
इनडोर और आउटडोर गेम्स, म्यूजिक, ड्रॉइंग और स्टोरीटेलिंग के लिए पर्याप्त जगह हो।
बच्चों की लंबाई के हिसाब से डिज़ाइन किए गए साफ-सुथरे टॉयलेट्स जरूरी हैं।
सीसीटीवी कैमरा, सुरक्षा गार्ड और फर्स्ट-एड किट भी अनिवार्य हैं।
कोर्स और गतिविधियाँ
नर्सरी स्कूल सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं होते।
पढ़ाई के लिए आप Montessori या Play-way Method जैसे मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रम अपना सकते हैं।
बच्चों के लिए ड्रॉइंग, म्यूजिक, योग, स्टोरीटेलिंग, ग्रुप गेम्स और डांस जैसी गतिविधियाँ कराई जानी चाहिए।
पेरेंट-टीचर मीटिंग और नियमित प्रोग्रेस रिपोर्ट बच्चों के विकास को ट्रैक करने में मदद करती है।
बजट और निवेश
एक छोटे नर्सरी स्कूल की शुरुआत करने में लगभग 5 से 10 लाख रुपये तक का खर्च आ सकता है।
बजट स्थान, इंटीरियर, फर्नीचर, खिलौनों और स्टाफ पर निर्भर करता है।
अगर आप फ्रेंचाइज़ी मॉडल अपनाते हैं तो खर्च थोड़ा ज्यादा होगा, लेकिन ब्रांड की पहचान और भरोसे का लाभ मिलेगा।
शुरुआती सेटअप के साथ-साथ प्रचार-प्रसार पर भी खर्च करना जरूरी है।
प्रचार और प्रवेश प्रक्रिया
स्कूल के लिए आकर्षक नाम और लोगो चुनें।
लोकल विज्ञापन, अखबारों, फ्लेक्स बोर्ड और सोशल मीडिया कैंपेन के जरिए प्रचार करें।
एडमिशन प्रक्रिया पारदर्शी और आसान रखें ताकि माता-पिता को भरोसा मिले।
संचालन और सुधार
बच्चों की सुरक्षा और स्वच्छता पर लगातार ध्यान दें।
स्टाफ के लिए समय-समय पर ट्रेनिंग आयोजित करें।
माता-पिता से फीडबैक लेकर सुधार करते रहें।