देवभूमि के निवासियों के विकास की सोच सर्वोपरि
भास्कर पोखरियाल
रुद्रपुर। विधानसभा चुनाव 2022 का परिणाम अभी 10 मार्च को आना बाकी है, लेकिन ऐसे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जहां राज्य के विकास की सोच को लेकर तमाम योजनाएं रखी हैं, वहीं उन्होंने कहा कि उत्तराखंड वह राज्य है, जहां सियासत नहीं, बल्कि आस्था प्रमुख है। चार धामों की यात्रा इस देवभूमि में होती है। ऐसे में इस राज्य में सियासत के बल पर लूटने वाले लोग नहीं, इस राज्य के विकास के लिए वे लोग चाहिएं, जो देवभूमि के इस आस्था के केंद्र को भगवान बदरीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री, गंगोत्री जैसे और हेमकुंड साहिब के चरणों में अपनी सोच को समर्पित करके आगे बढ़ें।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के शासन में भी इस राज्य की कभी अनदेखी नहीं हुई है। जब-जब वहां पर भाजपा का भगवा लहराया तो निश्चित तौर पर चार धाम की यात्रा को उत्तराखंड के पहचान मिली। इसलिए उत्तराखंड आज आस्था का केंद्र है। इस राज्य को पूरा देश व विश्व नमन करता है। ऐसे में यहां पर गलत धारणा रखने वाले लोग अपने सियासी हलचल को ना बढ़ाएं।
दैनिक भास्कर से बातचीत में उन्होंने यह भी कहा कि इस राज्य में अभी तमाम सारी भौगोलिक परिस्थितियों के तहत विकास कार्य होने हैं। पहाड़ का कठिन जीवन है। इस जीवन को एक स्वतंत्रता पर लाना है और वहां पर जो आज भी पलायन है, उसको हर हाल में रोकना है। पहाड़ का पानी और जवानी की बात तो सब लोग करते हैं, लेकिन सर्वप्रथम पहाड़ से पलायन पर प्रतिबंध लगे और राज्य विकास में आगे बढ़े, तभी हम इस देवभूमि के इस आस्था के केंद्र को नमन कर पाएंगे।