दैनिक भास्कर समाचार सेवा
रुद्रपुर। सेवा प्रकल्प संस्थान द्वारा संचालित श्री दूधिया बाबा कन्या छात्रावास एवं वनवासी कल्याण आश्रम का संयुक्त वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर छात्रावास की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर मन मोह लिया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने भी कार्यक्रम में पहुंचकर संस्थान द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की एवं छात्रावास के बच्चों द्वारा मंच पर प्रस्तुत किए गए कार्यक्रमों की प्रशंसा करते हुए उनका उत्साह बढ़ाया।
कुष्ठरोगियों को भी है प्रेम की जरूरत-कुलकर्णी
मुख्य अतिथि इनोवा कैपटेब लिमिटेड के डायरेक्टर ज्ञान चंद्र, दूधिया बाबा संन्यास आश्रम के महंत स्वामी शिवानंद महाराज, अंबिका प्लाइवुड के एमडी विरेंद्र कुमार जिंदल, अखिल भारतीय बनवासी कल्याण आश्रम के केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य सुरेश राव कुलकर्णी, विशिष्ठ अतिथि संजय चिकारा, जिगनेश निकुंज मेहता, पवन अग्रवाल, प्रदीप कुमार मित्तल आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके पश्चात अतिथियों का स्वागत हुआ। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में सर्वप्रथम महिषासुर मर्दिनी नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी गई। बाद में दूधिया बाबा छात्रावास की छात्राओं ने तेरी मिट्टी में मिल जावां गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया।
श्री दूधिया बाबा कन्या छात्रावास एवं वनवासी कल्याण आश्रम का संयुक्त वार्षिकोत्सव संपन्न
मुख्य वक्ता सुरेश राव कुलकर्णी ने कहा कि कुष्ठ रोग सामान्य रूप से असाध्य माना जाता है और स्पर्श के द्वारा फैलने वाला भी माना जाता है। इसी भ्रांति के कारण से कुष्ठ रोगियों के स्वस्थ बच्चे रोग नहीं होने के बाद भी उन्हें कोई छूना तक पसंद नहीं करता है, जिसके चलते उन्हें अपने माता पता के समान ही तिरस्कृत जीवन जीना पड़ता है। सेवा प्रकल्प संस्थान द्वारा संचालित दूधिया बाबा कन्या छात्रावास का शिलान्यास स्वामी शिवानंद महाराज के आशीर्वाद से 30 जनवरी 2010 को किया गया था।
1 जुलाई 2012 को 13 बालिकाओं को छात्रावास में प्रवेश देकर छात्रावास प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम में प्राचीन श्री दूधिया बाबा सन्यास आरम के महंत स्वामी शिवानंद महाराज ने कहा कि उनके लिए यह सौभाग्य की बात है कि उन्होंने जरूरतमंद छात्राओं की शिक्षा हेतु छात्रावास के लिए जमीन दी। वास्तव में छात्रावास की स्थापना ने यहां पर जंगल में मंगल कर दिया है। इस अवसर पर डॉ. दीपक छाबड़ा, डॉ. अंजू छाबड़ा, मोहन गोयल, हरविंदर सिंह विर्क, झम्मन लाल शर्मा, अशोक बंसल, राजू भुद्दी आदि मौजूद थे।