Rudraprayag : छात्र-छात्राओं ने प्रवेश को लेकर विधायक से लगाई गुहार

रुद्रप्रयाग :  श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से सम्बद्ध राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग में बीए चतुर्थ सेमेस्टर में 90 फीसदी छात्र-छात्राओं की एक से दो विषय में बैक आई है। ऐसे में उन्हें पांचवें सेमेेस्टर में प्रवेश नहीं मिल पा रहा है। बीए फाइनल सेमेस्टर और बीएससी के छात्र-छात्राओं को भी इस समस्या से जूझना पड़ रहा है। छात्र-छात्राओं ने विधायक से भी गुहार लगाई है।

वहीं, महाविद्यालय प्रबंधन का कहना है कि श्रीदेव सुमन विवि परीक्षा अनुभाग से लगातार संपर्क के बाद भी स्थिति जस की तस है।

महाविद्यालय रुद्रप्रयाग में बीए में प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष में 200 से अधिक छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। लेकिन यहां, शायद ही कोई छात्र-छात्रा हो, जिसकी परीक्षा में एक या दो विषय में बैक नहीं आई हो या उसे फेल नहीं दिखाया गया हो। श्रीदेव सुमन विवि द्वारा एक तो समय पर परीक्षाफल घोषित नहीं किये जा रहे हैं, वहीं छात्र-छात्राओं को हिंदी, राजनीति शास्त्र, इतिहास, समाजशास्त्र जैसे विषयों में भी फेल किया जा रहा है। एक छात्रा ने बताया कि चतुर्थ सेमेस्टर में उनके सभी विषयों के पेपर बढिय़ा हुये थे। उन्हें उम्मीद थी कि 75 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त होंगे, लेकिन जब परीक्षाफल घोषित हुआ तो उनकी इतिहास विषय में बैक आई है।

छात्र मनमोहन कप्रवाण का कहना है कि महाविद्यालय प्रबंधन की सुस्ती और श्रीदेव सुमन विवि की मनमानी से छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। चतुर्थ सेमेस्टर में अधिकांश छात्र-छात्राओं की बैक आने से उन्हें पांचवें सेमेस्टर में प्रवेश नहीं मिल पा रहा है।

वहीं, एक छात्रा ने बताया कि बीए अंतिम सेमेस्टर में उसे दो विषयों में फेल किया गया है। छात्र आदर्श, सौरभ, प्रिया, तनुजा आदि का कहना है कि वह कॉलेज प्रबंधन से मामले में उचित कार्रवाई के लिए कई बार कह चुके हैं, पर कोई सहयोग नहीं मिल रहा है। उन्होंने रुद्रप्रयाग विस के विधायक भरत सिंह चौधरी से भेंट कर उनके भविष्य को देखते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई है।

इधर, राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग के परीक्षा अनुभाग के प्रभारी डा. जगमोहन सिंह रावत ने बताया कि श्रीदेव सुमन विवि परीक्षा अनुभाग को कई बार अवगत कराने के पर भी परीक्षाफल में सुधार नहीं किया जा रहा है। यहां तक कि वहां से हमारे कॉल तक रिसीव नहीं की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रभावित छात्र-छात्राओं को स्वयं ही नई टिहरी श्रीदेव सुमन विवि जाकर परीक्षाफल में सुधार करवाने के लिए भी कहा गया है।

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