रूड़की। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के हरिद्वार सेवा केंद्र पर रक्षाबंधन के उपलक्ष में संत गोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि परमहंस आचार्य ब्रह्मनिष्ट महामंडलेश्वर देवानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि ब्रह्माकुमारीज संस्था द्वारा आयोजित इस रक्षाबंधन के कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज बहनों से उन्हें राखी बांधकर हमे अभिभूत किया है। महामंडलेश्वर स्वामी डॉक्टर मुक्तानंद पुरी महाराज ने कहा कि रक्षाबंधन के साथ-साथ श्रावणी उपाकर्म का दिवस भी है। हमारी गुरुकुल परंपरा में आज के दिन ही गुरुकुल में प्रवेश होता था।
महामंडलेश्वर स्वामी कर्ण पाल गिरी जी महाराज ने कहा कि मुझे इस ईश्वरीय विश्व विद्यालय के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। महामंडलेश्वर प्रबोधानंद गिरि जी महाराज ने कहा कि आज भारत में भी जितने त्यौहार अथवा पर्व हैं यह सब त्यौहार अथवा पर्व तो मनाए जाते ही हैं,
उनकी संख्या भी बढ़ गई है। महामंडलेश्वर स्वामी अभिषेक चैतन्य जी महाराज ने कहा कि आज श्रावणी उपाकर्म का दिन है हमें तो इससे ऊपर उठकर विचार करना चाहिए हमारी संस्कृति, वैदिक संस्कृति, हमारे त्योहार यह सब हमारी धरोहर है। ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी ने दादी जी का पत्र पुष्प सभी को पढ़कर सुनाया और दादी जी की भेजी हुई राखी सभी को दिखाई और सभी सन्त महात्माओं की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा। इस अवसर पर ब्रह्मा कुमार सुशील भाई, ब्रह्माकुमारी मीना दीदी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।