
स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित राष्ट्रीय मुख स्वास्थ्य दिवस ने लोगों को ओरल हेल्थ और ओरल हाइजीन के प्रति जागरूक किया। इस अवसर पर विभिन्न स्थानों जैसे डिसपेंसरी, पीएचसी, सीएचसी और नागरिक अस्पतालों में कार्यक्रम आयोजित किए गए, और अर्पण स्कूल, स्लम एरिया तथा ईंट भट्ठों पर दंत चिकित्सा शिविर भी लगाए गए।
कार्यक्रम के दौरान लोगों को दांतों की सफाई और सही देखभाल के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही, टूथब्रश भी वितरित किए गए। सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्र ने बताया कि खाने-पीने की गलत आदतें और दांतों की सफाई की अनदेखी से कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं। उन्होंने कहा कि रात को ब्रश न करना दांतों की बीमारियों का प्रमुख कारण है, जिससे मसूड़े कमजोर हो जाते हैं और पायरिया जैसी समस्याएं बढ़ने लगती हैं।
डॉ. अंजलि अरोड़ा ने भी इस बात पर जोर दिया कि यदि दांतों की सफाई सही तरीके से और समय पर की जाए, खासकर रात को सोने से पहले, तो दांतों से संबंधित बीमारियों का खतरा बहुत कम हो सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि तंबाकू का सेवन मुंह के कैंसर को बढ़ावा देता है, जिससे मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है।
इस पहल से लोगों में दांतों की देखभाल के प्रति जागरूकता बढ़ी और उन्हें दांतों की बीमारियों से बचने के उपायों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली।