भास्कर समाचार सेवा
मेरठ/सरधना। कालंद के ग्राम प्रधान व ग्रामीणों द्वारा लोक निर्माण विभाग व जिलाधिकारी को भेजे गए पत्र में गांव के मुख्य मार्ग से अतिक्रमण हटवाए जाने की मांग की गई है। बताया गया, कंकरखेड़ा से खिर्वा जलालपुर, सरधना, कालंद, छुर, मुल्हेड़ा मार्ग के चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण के अंतर्गत कालंद में साढ़े 5 मीटर चौड़ी सीसी सीमेंटेड सड़क का निर्माण हुआ है। अतिक्रमण के कारण सड़क निर्माण का कार्य अधर में लटक गया है, जिसके चलते ग्रामीण, राहगीर व वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बताया गया, गांव कालंद में तिराहे के पास एक ओर जयप्रकाश संतोष का मकान है तो सड़क के दूसरी ओर शर्मा देव राकेश का मकान है। दोनों मकान एक दूसरे के आमने सामने हैं, दोनों ही मकान मालिकों ने अपने मकानों पर सड़क की ओर चबूतरे बनाकर सड़क के दोनों ओर अतिक्रमण कर रखा है। जिससे वाहनों को आने जाने में परेशानी होती है। यहां पर रास्ता इतना तंग है कि जब कोई वाहन इन दोनों मकानों के बीच में गुजरता है तो पैदल अकेला आदमी भी बच नहीं सकता, जिससे हर समय खतरा बना रहता है। इन मकानों के सामने से जब दो वाहन आमने सामने आ जाते है तो एक वाहन को पीछे हटाना पड़ता है। मकान मालिकों का कहना है कि उन्होंने कोर्ट से स्टे ले रखा है। ये कहना है ग्रामीणों का ग्रामीणों का कहना है, लोक निर्माण विभाग की सड़क पर यह अतिक्रमण आम आदमी के आवागमन में बाधा बन रहा हैं। कोर्ट के स्टे के कारण सड़क का निर्माण रुका हुआ है। इन्होंने दिया शिकायती पत्र इस संबंध में एक प्रार्थना पत्र लोक निर्माण विभाग को दिया गया तो दूसरा प्रार्थना पत्र जिलाधिकारी को भेजा गया। प्रार्थना पत्र देने वालों में ग्राम प्रधान सुधीर कुमार वर्मा के अलावा, दिनेश त्यागी, मनोज त्यागी, वीरेंद्र त्यागी, पिंटू त्यागी, बालकिशोर, अमरेश कुमार त्यागी, ललित त्यागी, रवि कांत त्यागी, दयानंद त्यागी, सोमवीर सिंह, राकेश त्यागी, संजय त्यागी, अभय त्यागी, आदि ग्रामीण शामिल है। ये है निर्माण की लागत बताया गया, इस मार्ग का निर्माण 11 करोड़ 17 लाख रुपये की लागत से किया जा रहा है, लेकिन इस अतिक्रमण के चलते काम अधर में लटक गया है।