
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के कांठ थाना क्षेत्र में स्थित मानकुवा गांव में शनिवार को एक हैरान करने वाली घटना सामने आई, जब एक तेंदुआ खेत में बने नलकूप के कुएं में गिर गया। इस घटना से गांव में हड़कंप मच गया और ग्रामीणों में दहशत फैल गई। तेंदुए की मौजूदगी की खबर ने इलाके में सनसनी मचा दी, लेकिन वन विभाग की त्वरित कार्रवाई और ग्रामीणों के सहयोग से तेंदुए को सुरक्षित बचा लिया गया।
शनिवार की सुबह, जब कुछ ग्रामीण अपने खेतों की ओर गए, तो उन्होंने नलकूप के कुएं में एक तेंदुए को फंसा हुआ देखा। तेंदुए की मौजूदगी देखकर ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। तुरंत ही इसकी सूचना स्थानीय पुलिस और वन विभाग को दी गई। खबर मिलते ही वन विभाग की एक विशेष टीम मौके पर पहुंची और तेंदुए को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
कई घंटों की मेहनत के बाद सफल रेस्क्यू
वन विभाग की टीम ने सावधानीपूर्वक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। कुआं गहरा होने के कारण तेंदुए को बाहर निकालना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था। टीम ने विशेष उपकरणों और तकनीकों का उपयोग करते हुए कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुए को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, तेंदुआ लगभग 7 से 8 महीने का था और सौभाग्यवश उसे कोई गंभीर चोट नहीं आई थी।
डियर पार्क में तेंदुए को दी नई जिंदगी
रेस्क्यू के बाद तेंदुए की स्वास्थ्य जांच की गई, जिसमें वह पूरी तरह स्वस्थ पाया गया। इसके बाद उसे मुरादाबाद के डियर पार्क ले जाया गया, जहां उसे सुरक्षित रूप से प्राकृतिक वातावरण में छोड़ दिया गया। वन विभाग ने तेंदुए की सुरक्षा और उसके प्राकृतिक आवास में वापसी को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए।
ग्रामीणों से वन विभाग की अपील
इस घटना के बाद वन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे जंगली जानवरों को देखने पर तुरंत वन विभाग को सूचित करें और खुद से कोई जोखिम भरा कदम न उठाएं। वन विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “जंगली जानवरों के साथ किसी भी तरह का टकराव खतरनाक हो सकता है। ग्रामीणों से अनुरोध है कि वे ऐसी स्थिति में शांत रहें और तुरंत हमें सूचित करें।”
मानव-वन्यजीव टकराव की बढ़ती चुनौती
यह घटना मानव और वन्यजीवों के बीच बढ़ते टकराव को भी उजागर करती है। जंगल के आसपास बसे ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह की घटनाएं अक्सर देखने को मिलती हैं। तेंदुए जैसे जंगली जानवर भोजन या पानी की तलाश में गांवों की ओर चले आते हैं, जिससे ऐसी अप्रत्याशित घटनाएं सामने आती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि जंगलों की कटाई और मानव बस्तियों का विस्तार इस टकराव का प्रमुख कारण है।
मानकुवा गांव में तेंदुए के रेस्क्यू की यह घटना वन विभाग की तत्परता और ग्रामीणों के सहयोग का एक शानदार उदाहरण है। इस सफल ऑपरेशन ने न केवल तेंदुए की जान बचाई, बल्कि यह भी दर्शाया कि मानव और वन्यजीवों के बीच सामंजस्य स्थापित करने के लिए जागरूकता और सहयोग कितना महत्वपूर्ण है। वन विभाग ने ग्रामीणों से भविष्य में भी ऐसी घटनाओं में तुरंत सूचना देने की अपील की है, ताकि ऐसी स्थिति को सुरक्षित और प्रभावी ढंग से संभाला जा सके।