
रुद्रप्रयाग। चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ धाम की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं को इस बार यात्रा मार्ग में जाम और खतरनाक मोड़ों से बड़ी राहत मिली है। प्रशासन की कुशल योजना, जवाड़ी बाईपास, नई पार्किंग व्यवस्थाओं और डेंजर प्वाइंटों के समाधान से यात्रा अब पहले से अधिक सुगम और सुरक्षित हो गई है।
जवाड़ी बाईपास बना वरदान
पिछले वर्षों तक सोनप्रयाग पहुंचने से पहले तीर्थयात्रियों को भीषण जाम का सामना करना पड़ता था। लेकिन इस बार जवाड़ी बाईपास के माध्यम से यातायात का दबाव कम हुआ है। श्रद्धालु अब आसानी से सोनप्रयाग तक पहुंच पा रहे हैं।
पार्किंग व्यवस्था से मिली बड़ी राहत
जिला प्रशासन द्वारा यात्रा मार्ग में विभिन्न स्थानों पर आधुनिक पार्किंग स्थलों का निर्माण किया गया है, जिससे जाम की समस्या काफी हद तक खत्म हो गई है। ये पार्किंग स्थल निम्नलिखित स्थानों पर बनाए गए हैं:
- पुनाड़ गदेरा
- तिलवाड़ा
- बेलनी
- अगस्त्यमुनि-देवल
- गिवाणा
- काकड़ागाड़
- सोनप्रयाग बाजार
- सोनप्रयाग शटल
- गौरीकुंड शटल
- (कार्य प्रगति पर): स्यालसौड़, मैखण्डा
इन पार्किंग स्थलों में लगभग 4,000 वाहनों की पार्किंग क्षमता है। यहाँ यात्रियों के लिए दुकानों, शौचालयों और खाने-पीने की सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई गई हैं। पार्किंग संचालन जिला स्तरीय प्राधिकरण की देखरेख में हो रहा है और इससे होने वाली आय को जिले के विकास कार्यों में लगाया जा रहा है।
डेंजर जोन अब सुरक्षित, यात्रा मार्ग हुआ सुगम
फाटा, कुंड, ब्यूंगगाड़, सीतापुर जैसे हाईवे के खतरनाक बिंदु जहां पूर्व में मलबा गिरने, संकरी सड़कों और लैंडस्लाइड का डर बना रहता था, अब वहां रोकथाम और सुरक्षात्मक कार्य पूरे कर लिए गए हैं। इससे तीर्थयात्री अब बिना किसी भय के यात्रा कर पा रहे हैं, चाहे मौसम खराब हो या मार्ग व्यस्त।
पर्यावरण की भी हो रही रक्षा, बांटे जा रहे कूड़ा बैग
प्रशासन ने यात्रा को केवल सुगम ही नहीं, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी बनाया है। जवाड़ी बाईपास से गुजरते श्रद्धालुओं को कूड़ा बैग वितरित किए जा रहे हैं ताकि वे रास्ते में कचरा न फैलाएं और अपशिष्ट का समुचित निस्तारण कर सकें।
पर्यावरण विशेषज्ञ देवराघवेन्द्र बद्री ने प्रशासन की इस पहल को सराहते हुए कहा कि यह कदम केदारनाथ धाम के प्राकृतिक सौंदर्य को बनाए रखने की दिशा में एक अनुकरणीय उदाहरण है।
डीएम सौरभ गहरवार की अगुवाई में सफल प्रबंधन
रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार की अगुवाई में की गई व्यवस्थाएं चारधाम यात्रा को सुरक्षित, सुविधाजनक और पर्यावरण-संवेदनशील बना रही हैं। हाईवे से जुड़े डेंजर जोन का निस्तारण, यातायात व्यवस्था और यात्रियों की सुविधाएं अब देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आश्वस्ति का कारण बनी हैं।
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