निघासन में सरकारी विद्यालय की व्यवस्था की खुली पोल, जमीन पर बैठकर मिड-डे मील खाने को मजबूर बच्चे

निघासन, लखीमपुर खीरी। जनपद स्थित नगर पंचायत निघासन के एक सरकारी विद्यालय की बदहाल स्थिति उजागर हुई है। प्राथमिक विद्यालय, जो कि खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय से महज 20 कदम की दूरी पर स्थित है, वहां बच्चों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार विद्यालय में बच्चों को न तो बैठने के लिए टाट-पट्टी उपलब्ध है और न ही कोई बेंच या कुर्सी, जिससे उन्हें अप्रैल की तेज़ धूप और तपती ज़मीन पर बैठकर मिड-डे मील (दोपहर का भोजन) खाना पड़ रहा है।

बच्चों की दुर्दशा वायरल वीडियो में कैद

सरकारी विद्यालय की वायरल फोटो में दिखाई दे रहे श्याम पट्ट पर अंकित तिथि के अनुसार फोटो बीते 8 अप्रैल की है। बताया जाता है कि किसी राहगीर ने इस दुर्दशा को कैमरे में कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसके बाद यह मामला सुर्खियों में आया। वायरल वीडियो में बच्चे ज़मीन पर बैठकर थालियों में खाना खाते नज़र आ रहे हैं, जबकि स्कूल प्रशासन बेपरवाह दिखता है।

शासन के निर्देशों की उड़ रही धज्जियाँ

बेसिक शिक्षा विभाग और शासन की ओर से यह स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी बच्चे को ज़मीन पर बैठकर भोजन नहीं करवाया जाएगा इसके बावजूद स्कूल प्रशासन की लापरवाही और विभागीय उदासीनता से इन निर्देशों की खुलेआम अवहेलना हो रही है।

अधिकारियों की चुप्पी

जब इस मामले में खंड शिक्षा अधिकारी श्री फूलचंद से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनका फोन नहीं उठाया गया। आश्चर्यजनक बात यह है कि यह विद्यालय उनके कार्यालय के ठीक पास स्थित है, फिर भी स्थिति से अनजान रहना या अनदेखी करना कई सवाल खड़े करता है।

व्यवस्था सुधार की दरकार

यह मामला जिले के सरकारी स्कूलों की स्थिति का एक नमूना भर है। जिले के कई अन्य विद्यालयों में भी शिक्षकों की अनुपस्थिति, संसाधनों की कमी और प्रशासनिक अनदेखी आम बात हो चुकी है। अगर शिक्षा विभाग ने समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया, तो इसका सीधा असर बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य पर पड़ेगा।

जनता और अभिभावकों में आक्रोश

स्थानीय अभिभावकों और सामाजिक संगठनों में इस मामले को लेकर आक्रोश व्याप्त है। उनका कहना है कि यदि अधिकारी कार्यालय के सामने मौजूद विद्यालय की हालत नहीं देख पा रहे, तो दूर-दराज के स्कूलों की स्थिति का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।

क्या बोले बी एस ए?

बीएसए प्रवीण तिवारी ने बताया है कि मामला अभी तक संज्ञान में नहीं आया है, जानकारी मिली है, जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।

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