
नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज कल यानी शुक्रवार से शुरु हो रही है। पहला टेस्ट लीड्स में खेला जाएगा। शुभमन गिल के नेतृत्व में एक युवा टीम इस दौरे पर गई है। भारतीय टीम रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गजों के बिना टेस्ट क्रिकेट में उतरेगी। ऐसे में 25 साल के गिल की कप्तानी में भारतीय टीम की यह पहली परीक्षा होगी। इस बीच पूर्व क्रिकेटर और पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने कहा है कि बतौर कप्तान गिल के लिए ये टेस्ट सीरीज बिल्कुल भी आसान नहीं होगी। युवा कप्तान को इस चुनौतीपूर्ण भूमिका को निभाने के लिए धैर्य और संयम की जरुरत है।
रवि शास्त्री ने आईसीसी रिव्यू के नवीनतम एपिसोड में कहा कि मुझे लगता है कि उन्हें अपना समय लेना चाहिए। यह आसान नहीं होगा। उन्हें एक कठिन काम करने के लिए कहा गया है जो है इंग्लैंड दौरे पर भारत की कप्तानी करना।
गिल ने अपने टेस्ट करियर में अभी 32 मैच ही खेले हैं। उन्होंने दिसंबर 2020 में पदार्पण के बाद से इतने मैचों में 35.05 की औसत से 1893 रन बनाए हैं। इंग्लैंड की पिचें हमेशा खिलाड़ियों की परीक्षा लेती हैं। ऐसे में देखना होगा कि बतौर कप्तान शुभमन गिल का करियर कैसे शुरू होता है, वो भी तब जब विराट कोहली, रोहित शर्मा जैसे दिग्गज टीम में नहीं हैं, जिन्होंने टेस्ट से संन्यास ले लिया है।
हालांकि, शास्त्री का मानना है कि यह दौरा युवा खिलाड़ी के करियर के लिए महत्वपूर्ण विकासात्मक चरण साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि ये कभी आसान नहीं होता लेकिन मुझे लगता है कि वह इस अनुभव से सीखेगा। मैंने आईपीएल में गुजरात टाइटन्स के साथ खेलते हुए उन्हें देखा, वे बहुत ही शांत और संतुलित नजर आए। उनका स्वभाव बहुत अच्छा है।
शास्त्री ने कहा, “वह एक व्यक्ति के रूप में परिपक्व हो गए हैं, उनके साथ कुछ युवा खिलाड़ी हैं और मुझे लगता है कि जहां तक शुभमन गिल की बात है तो यह सीखने का एक मौका है।
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच कल से लीड्स में खेला जाएगा। दूसरा टेस्ट मैच बर्मिंघम के एजबेस्टन में 2 से 6 जुलाई, तीसरा मैच लॉर्ड्स में 10 से 14 जुलाई, चौथा टेस्ट मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड क्रिकेट ग्राउंड पर 23 से 27 जुलाई और पांचवां टेस्ट मैच केनिंग्टन ओवल में 31 जुलाई से 4 अगस्त के बीच खेला जाएगा।