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- कांग्रेस से बागी होकर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी ने भाजपा का दामन थामा
- विधानसभा चुनाव में हार के बाद नाराज चल रहे थे राड़ा, हुड्डा गुट पर आरोप लगाया था
- बड़े वोट बैंक वाले कांग्रेस नेता के शामिल होने से भाजपा के हौंसले बुलंद
हिसार : हिसार नगर निगम चुनाव में बड़ा उल्टफेर हुआ है। कांग्रेस से बागी होकर मेयर का चुनाव लड़ रहे रामनिवास राड़ा ने मंगलवार की सुबह भाजपा का दामन थाम लिया। उन्हें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भाजपा का पटका पहनाकर पार्टी में शामिल किया।
हिसार जिला अध्यक्ष अशोक सैनी एवं रामनिवास राड़ा के भाई बिहारी लाल सहित कई अन्य वरिष्ठ नेता मौके पर मौजूद रहे। कांग्रेस के बागी व शहर के बड़े वोट बैंक वाले नेता के शामिल होने के बाद भाजपा खेमे के हौंसले बुलंद है। एक दिन ही कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने रामनिवास राड़ा की बगावत को गलत बताते हुए उन्हें पार्टी से निष्काषित करने की बात कही थी।
कुछ समय पूर्व हुए विधानसभा चुनाव में रामनिवास राड़ा हुड्डा के बजरंग दास गर्ग का टिकट कटवाकर खुद टिकट लाए थे और कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था मगर वह निर्दलीय प्रत्याशी सावित्री जिंदल से हार गए थे। रामनिवास राड़ा हिसार से लगातार दो बार कांग्रेस की टिकट से चुनाव लड़ चुके हैं और दोनों बार उनको हार का सामना करना पड़ा था। चुनाव में हार के रामनिवास राड़ा ने हुड्डा गुट पर चुनाव हरवाने के आरोप लगाए थे।
रामनिवास राड़ा ने कहा था कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कांग्रेस गुट ने उन्हें हराने का काम किया। उन्होंने खुलकर उन लोगों के नाम भी लिए, जिन्होंने मुझे हरवाया। इनमें भूपेंद्र हुड्डा, सांसद जयप्रकाश, कांग्रेस नेता बजरंग दास गर्ग, बीर सिंह ख्यालिया समेत कई अन्य नेता शामिल हैं, जिन्होंने चुनाव में सावित्री जिंदल की मदद की और मेरा विरोध किया। उस समय राड़ा ने कहा था कि निकाय चुनाव में मैं इसकी भरपाई करूंगा। राड़ा की शिकायत पर कांग्रेस हाईकमान ने कोई कार्रवाई नहीं की जिससे राड़ा लगातार कांग्रेस से नाराज चल रहे थे। इसी नाराजगी के चलते मंगलवार काे उन्हाेंने भाजपा का दामन थाम लिया।