
जयपुर : दीपावली के बाद राजस्थान की हवा में एक बार फिर प्रदूषण का स्तर खतरनाक हो गया है। राज्य के कई शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘खराब’ से लेकर ‘गंभीर’ श्रेणी तक पहुंच गया है। गुरुवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, चूरू में AQI 353, गंगानगर में 320 और बीकानेर में 209 दर्ज किया गया — जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक माने जाते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि गंगानगर और चूरू में हवा की बिगड़ी स्थिति की एक बड़ी वजह खेतों में पराली जलाना भी है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले 2-3 दिनों में हवा की दिशा और गति बढ़ने से प्रदूषण के स्तर में कुछ कमी आ सकती है, हालांकि ठंड और नमी के चलते सुबह-शाम धुंध बढ़ने की संभावना है।
जयपुर और अन्य शहरों की स्थिति
राजधानी जयपुर में AQI 101 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। हवा में PM10 का स्तर 83 और PM2.5 का स्तर 52 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर मापा गया।
अन्य प्रमुख शहरों में —
- अलवर: 243
- भरतपुर: 161
- भीलवाड़ा: 170
- कोटा: 180
- जोधपुर: 151
- उदयपुर: 103
- चित्तौड़गढ़: 143
- पाली: 138
- सीकर: 142
- फालोदी: 187
- जैसलमेर: 148
नागौर और आसपास के इलाकों में भी हवा ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई।
स्वास्थ्य पर खतरा
विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान वायु गुणवत्ता बच्चों, बुजुर्गों और फेफड़ों से संबंधित रोगियों के लिए अत्यंत हानिकारक है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे सुबह-शाम बाहर निकलने से बचें, मास्क पहनें, और घर के अंदर वेंटिलेशन बनाए रखें।
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