कांग्रेसियों ने रूट में थोड़ा बदलाव करने का सुझाव दिया
21 फरवरी को कानपुर आएगी राहुल की न्याय यात्रा
कुशाग्र पाण्डेय
कांग्रेस नेता राहुल गांधी का न्याय यात्रा 21 फरवरी को कानपुर पहुंच रही है। इस यात्रा को लेकर कांग्रेसियों में बना उत्साह यात्रा के आने के पहले ही ठंडा पड़ने लगा है। कारण है यात्रा के लिये कानपुर में तय किया गया मार्ग। दिल्ली से आए राहुल गांधी के दूतों ने कानपुर के जमीनी कांग्रेसी नेताओं को विश्वास में लिये बगैर गूगल बाबा की मदद से रूट तय कर दिया। जो रूट तय किया गया है उससे राहुल गांधी आम जनता से दूर ही रहेंगे,केवल घंटाघर की सभा मे वह जनता से रूबरू हो सकेंगे।
बताते चलें कि कांग्रेस का जनधार बढ़ाने और लोगों के बीच केंद्र सरकार की कमियों को गिनाने के लिये कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा न्याय यात्रा निकाली जा रही है। इससे पहले निकाली गई न्याय यात्रा को देश के विभिन्न हिस्सों खासकर दक्षिण के प्रदेशों में समर्थन मिला था इसके बाद देश में लोकसभा चुनाव के पहले राहुल गांधी ने फिर न्याय यात्रा शुरू की जो अन्य जनपदों में होते हुए 21 फरवरी को कानपुर की सीमा में प्रवेश करेगी। अपने नेता की इस यात्रा को लेकर कानपुर के कांग्रेसियों खासकर लोक सभा चुनाव में टिकट की दावेदारी कर रहे लोगों में गयब का उत्साह था काफी पहले से इस यात्रा को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई थी।
कांग्रेसियों का मानना था कि कानपुर कांग्रेसियों का गढ़ रहा है ऐसे में अगर राहुल गांधी कम समय भी देते हैं तो भी मालरोड पर आने के बाद इस यात्रा को घंटाघर से मूलगंज होते हुए जीटी रोड पर पहुंचा दिया जाएगा इससे कानपुर के प्रभाव वाले आर्यनगर व सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं को पार्टी से जोडने में काफी हद तक सफलता मिल जाएगी। शहर के जमीनी कार्यकर्ता इस तैयारी में लगे थे इस बीच शहर में आए राहुल गांधी के दूतों ने अपने कुछ खास लोगों के साथ गूगल बाबा की मदद लेकर ऐसा रूट तय कर दिया जिससे राहुल गांधी का आम जनता के बीच पहुंच पाना मुश्किल हो गया है।
यात्रा की तैयारी में लगे कांग्रेस नेताओं की मानी जाए तो न्याय यात्रा मालरोड पर आने के बाद नरौना चौराहे से एक्सप्रेस रोड होते घंटाघर पहुंचेगी यहां एक सभा करने के बाद यात्रा कोपरगंज होते हुए जीटी रोड पर पहुंच जाएगी यहां से जरीब चौकी विजय नगर के रास्ते से कानपुर देहात की सीमा में यात्रा प्रवेश करेगी यहां दोपहर में राहुल गांधी को लंच करना है इस दौरान वह कुछ लोगों से मिल भी सकते हैं। देहात के पुखराया में यात्रा को आम जनता के बीच से मतलब मुख्य बाजार से निकालने का कार्यक्रम तय किया गया है।
कांग्रेसियों से ज्यादा गूगल बाबा की सुनी राहुल के दूत ने
जानकारों का कहना है कि यात्रा का रूट तय करने आए राहुल गांधी के दूत शुशांत जी के सामने शहर के कांग्रेसियों आलोक मिश्रा,करिश्मा ठाकुर, मदन मोहन शुक्ला, भूधर नारायण मिश्रा आदि ने यह सुझाव रखा था कि राहुल गांधी की न्याय यात्रा को जल्द जीटी रोड पर जाना है तो घंटाघर से मूलगंज चौराहा होते हुए जरीब चौकी से जीटी रोड पर पहुंचा दिया जाए ऐसा करने से सीसामऊ व आर्यनगर विधासभा क्षेत्र का बड़ा इलाका न्याय यात्रा से जुड़ जाएगा जिसका सीधा लाभ लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिल सकता है लेकिन राहुल गांधी के दूत ने गूगल बाबा की मदद लेकर यात्रा का रूट तय करने की बात कही ताकि राहुल गांधी घंटाघर से जल्द से जल्द जीटी रोड पर पहुंच सके क्योंकि यात्रा को इसी दिन झांसी पहुंचना है जहां राहुल गांधी एक सभा को संबोधित करेंगे।
यात्रा के रूट के संबंध में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नौशाद आलम ने कहाकि भारत जोड़ो न्याय यात्रा को शहरी आबादी के बीच से गुजारने की इच्छा थी, इस संबंध में प्रदेश नेतृत्व को सुझाव भी दिया गया था, लेकिन मेट्रो के कारण सड़कों की खुदाई तथा वन-वे यातायात के मद्देनजर यात्रा को मालरोड तथा घंटाघर होते हुए कालपी रोड पर निकालने की सहमति बनी है। जनजुड़ाव के लिए शहर के मध्यबिंदु घंटाघर पर जनसभा भी होगी।