लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता को बसपा पर सवाल खड़ा करने से पहले 100 बार सोचना चाहिए। कांग्रेस हमेशा से दलित विरोधी रही है। वह नहीं चाहती कि बसपा दलितों के उत्थान के लिए कार्य करे। कांग्रेस के दिवंगत नेता राजीव गांधी ने कांशीराम को सीआईए का एजेंट कहा था। आज उनके बेटे राहुल गांधी बसपा पर निराधार आरोप लगा रहे हैं।
मायावती ने रविवार को एक बयान में कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हमारी पार्टी एवं खासकर पार्टी की मुखिया को लेकर जो कुछ टीका टिप्पणी की है, उससे दलितों एवं अन्य उपेक्षित वर्गों के साथ-साथ बसपा के प्रति हीन एवं जातिवादी मानसिकता की भावना साफ झलकती है। इन वर्गों के लोगों को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए बसपा पूरे जी-जान से लगी हुई है। कांग्रेस ने अपने लंबे शासनकाल में इनकी सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए जमीनी हकीकत में कुछ भी ठोस कार्य नहीं किए हैं।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि दलितों के लिए आवंटित सरकारी पैसा भी अधिकांश दूसरे मदों पर ही खर्च कर दिया गया है। इनको आरक्षण व अन्य जरूरी सुविधाओं का भी पूरा लाभ नहीं दिया गया। ताकि यह लोग आर्थिक तौर पर हमेशा दूसरों पर ही निर्भर रहें। इससे दुखी होकर ही फिर बहुत पहले ही बाबासाहब डॉ.भीमराव अंबेडकर ने इनकी केंद्र की रही सरकार से कानून मंत्री पद से इस्तीफा तक दे दिया था। फिर उनके बताए रास्ते पर चलकर ही कांशीराम ने बसपा की स्थापना की। इसको कमजोर एवं खत्म करने के लिए शुरू से ही कांग्रेस हर हथकंडे इस्तेमाल कर रही है। अब तो खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे की तरह ही, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अपने बिखरे हुए घर को तो संभाल नहीं पा रहे हैं बल्कि हमारी पार्टी बसपा की कार्यशैली पर जबरदस्ती की उंगली उठा रहे हैं। इससे बसपा के प्रति उनकी जबरदस्त बौखलाहट एवं नफरत आज भी साफ नजर आती है।
मायावती ने कहा कि राहुल के पिता राजीव गांधी ने भी बसपा को बदनाम एवं कमजोर करने के लिए कांशीराम को सीआईए का एजेंट तक बता दिया था। अब उन्हीं के पदचिह्नों पर चलकर इनका बेटा राहुल गांधी भी बसपा और इसकी मुखिया पर आए दिन भाजपा के साथ चलने का गलत आरोप लगाते रहते हैं। राहुल का यह आरोप कि ईडी और सीबीआई के डर से हम भाजपा के प्रति नरम रुख अख्तियार कर रहे हैं, निराधार है। केंद्र में किसी की भी सरकार रही हो, हमने उसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जाकर लड़ाई लड़ी और न्याय हासिल किया है।
राहुल गांधी ने शनिवार को मायावती पर आरोप लगाया था कि ईडी और सीबीआई के डर से बसपा ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए रास्ता खुला छोड़ दिया। इसीलिए भाजपा की जीत हो गयी। उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस ने बसपा के साथ गठबंधन का प्रस्ताव भेजा था, लेकिन मायावती ने इस मुद्दे पर बात तक करना मुनासिब नहीं समझा था।