भास्कर समाचार सेवा
बिजनौर। तहसील बिजनौर में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण पूर्ण गुणवत्ता व समयबद्वता के साथ करना सुनिश्चित करें तथा इस बात का भी विशेष ध्यान रखा जाए कि आगामी तहसील दिवस से पूर्व सभी शिकायतों का निस्तारण पूर्ण मानक के अनुसार कर लिया जाए और कोई भी शिकायत लंबित न रहने पाए। इस अवसर पर 15 शिकायती व प्रार्थना पत्र प्राप्त हुये जिसमें से 01 का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया।
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने कहा कि शिकायतों का समयबद्वता एवं गुणवत्तापूर्वक निस्तारण करना मा0 मुख्यमंत्री जी की प्राथमिकता में है। अतः कोई भी अधिकारी प्राप्त शिकायतों के निस्तारण करने में किसी भी प्रकार की शिथिलता व लापरवाही न बरतें तथा स्वंय सत्यापन करें। उन्होने कहा कि शिकायतकर्ता को संतुष्ट किये बिना शिकायत का निस्तारण स्वीकार्य नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जनपद के नागरिकों को शासकीय योजनाओं का लाभ पूर्ण गुणवत्ता के साथ पहुंचे और कोई भी पात्र व्यक्ति जन कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे।
जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिये कि यदि किसी शिकायत का निस्तारण किया जाना सम्भव नहीं है तो उसका स्पष्ट कारण लिखते हुए शिकायतकर्ता को अवगत कराया जाए ताकि वे अपनी शिकायत को पुनः प्रेषित न करे। उन्होने निर्देश दिये कि वर्तमान और लम्बित शिकायतों का निस्तारण पूर्ण गुणवत्ता के साथ सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जनपद के नागरिकों को शासकीय योजनाओं एवं विकास कार्यों का लाभ पूर्ण गुणवत्ता के साथ पहुंचे और कोई भी पात्र व्यक्ति जन कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे।
सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर चकरोड पर अवैध कब्जा हटाने, पेंशन योजना का लाभ दिलाने, आवास दिलाने सहित कुल 15 शिकायती व प्रार्थना पत्र प्राप्त हुये जिसमें से 01 का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया तथा शेष के गुणवत्तापरक ढंग से समयसीमा के अन्तर्गत निस्तारण करने के संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये गये।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह, एसडीएम बिजनौर मोहित कुमार, परियोजना निदेशक डीआरडीए ज्ञानेश्वर तिवारी सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।