
भारत के प्रतिष्ठित प्रबंधन संस्थान IIM बैंगलोर ने एक बार फिर वैश्विक स्तर पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। लंदन में जारी QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी एग्जीक्यूटिव MBA रैंकिंग 2025 में IIM बैंगलोर टॉप-50 बिजनेस स्कूल्स की सूची में शामिल हुआ है। हालांकि, इस साल इसकी रैंकिंग थोड़ी फिसली है — 2024 में 41वीं रैंक पर रहने वाला यह संस्थान 2025 में 50वें स्थान पर आ गया है।
करियर आउटकम में IIM बैंगलोर का शानदार प्रदर्शन
रैंक में मामूली गिरावट के बावजूद, IIM बैंगलोर ने करियर आउटकम के लिहाज से बेहतरीन प्रदर्शन किया है। नौकरी मिलने, वेतन वृद्धि और करियर ग्रोथ जैसे मानकों पर इसके प्रदर्शन ने इसे दुनिया के टॉप-25 बिजनेस स्कूल्स की सूची में बनाए रखा है।
सात भारतीय संस्थानों को मिली वैश्विक मान्यता
इस साल की रैंकिंग में भारत के कुल 7 बिजनेस स्कूल्स को जगह मिली है, जिनमें से छह टॉप-200 में शामिल हैं। यह भारत की प्रबंधन शिक्षा में बढ़ती वैश्विक प्रतिष्ठा को दर्शाता है। QS के चेयरमैन नुन्निजयो क्वाक्वेरेली ने कहा कि भारत और चीन के बिजनेस स्कूल अब लगभग बराबरी पर हैं, जो वैश्विक शिक्षा बाजार में भारत की बढ़ती हिस्सेदारी को रेखांकित करता है।
अन्य प्रमुख भारतीय संस्थानों का प्रदर्शन
- IIM कोझीकोड की रैंकिंग में सुधार हुआ है, यह अब 161–170 रैंक रेंज में आ गया है (पिछले वर्ष 171–180 में था)।
- ISB हैदराबाद और मोहाली की रैंकिंग थोड़ी गिरी है, जो अब 111–120 रेंज में पहुंच गई है (पहले 101–110 में थी)।
- IIM इंदौर और IMI गाजियाबाद दोनों ने 181–190 रैंक रेंज में जगह बनाई है।
- वॉक्सेन स्कूल ऑफ बिजनेस (हैदराबाद) और गोवा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ने इस साल पहली बार सूची में एंट्री की है।
गुणवत्ता में लगातार सुधार
रिपोर्ट में बताया गया है कि चार भारतीय संस्थानों की रैंकिंग में गिरावट आई है, एक की स्थिति सुधरी है, जबकि दो संस्थानों ने पहली बार लिस्ट में स्थान प्राप्त किया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि भारतीय बिजनेस स्कूल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए खुद को लगातार बेहतर बना रहे हैं।