भारत-रूस रिश्तों को नई दिशा देगा पुतिन का दौरा

नई दिल्ली : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिसंबर में भारत के आधिकारिक दौरे पर आने वाले हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार, पुतिन 4 और 5 दिसंबर को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण पर पुतिन भारत पहुंचेंगे और दोनों नेता द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत करने पर चर्चा करेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी पुतिन के सम्मान में भोज का आयोजन करेंगी।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह दौरा दोनों देशों के संबंधों की समीक्षा और भविष्य की कूटनीतिक रणनीति तैयार करने का अवसर होगा। सैन्य और तकनीकी सहयोग, विशेषकर एस-400 वायु रक्षा प्रणाली पर विशेष ध्यान दिए जाने की संभावना है। भारत ने रूस से 2018 में पांच एस-400 यूनिट का सौदा किया था, जिसमें तीन की आपूर्ति हो चुकी है और बाकी अगले वर्ष तक मिल सकती हैं।

यह शिखर वार्ता ऐसे समय हो रही है जब अमेरिका रूस से तेल खरीद को लेकर भारत पर दबाव बनाए हुए है, हालांकि इसका द्विपक्षीय संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ा है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी और पुतिन की मुलाकात चीन में एससीओ सम्मेलन के दौरान हुई थी, जहां पीएम मोदी ने कहा था कि 140 करोड़ भारतीय दिसंबर में उनके स्वागत को उत्सुक हैं।

दौरे के दौरान यूक्रेन युद्ध समेत वैश्विक मुद्दों पर भी बातचीत की संभावना जताई जा रही है।

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