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पंजाब में विधायकों की नाराजगी के बाद राज्य सरकार ने पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल किया है। इस बदलाव के तहत बॉर्डर एरिया के चार डीएसपी का ट्रांसफर किया गया है, जिनमें अमृतसर, बटाला, तरनतारन और कपूरथला के डीएसपी शामिल हैं। इसके साथ ही आईपीएस अधिकारी अलका मीणा का भी ट्रांसफर किया गया है।
पुलिस महकमे के कांस्टेबल से लेकर इंस्पेक्टर रैंक तक 52 अफसरों पर गाज गिरी, जिसके बाद प्रशासनिक गलियारे में हलचल मच गई। इसके अलावा, ब्यूरोक्रेसी से नाराज 12 विधायकों ने प्रशासनिक अफसरों के खिलाफ मोर्चा खोला है। इन विधायकों में से कई ने आईपीएस अफसरों के खिलाफ शिकायतें भेजी हैं, जो सीएम भगवंत मान और चीफ सेक्रेटरी केएपी सिन्हा तक पहुंची हैं।
विधायक कुंवर विजय प्रताप सिंह ने उत्तरी अमृतसर में नशा तस्करी में संलिप्त कुछ पुलिस अधिकारियों और भ्रष्टाचार में जुटे प्रशासनिक अफसरों के खिलाफ शिकायतें भेजी थी। इसके बाद, मुख्यमंत्री भगवंत मान और चीफ सेक्रेटरी केएपी सिन्हा ने इस मामले को गंभीरता से लिया।
इसके साथ ही, चीफ सेक्रेटरी केएपी सिन्हा ने सभी विभागों के सचिव और प्रमुखों को एक पत्र जारी किया है। इस पत्र में उन्होंने आईएएस, पीसीएस और अन्य जूनियर रैंक के अधिकारियों को चेतावनी दी है कि सरकारी काम में जानबूझकर बाधा डालने या काम को पेंडिंग रखने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सिन्हा ने सभी विभागों के प्रमुखों से ऐसे अफसरों की पहचान कर उनकी एसीआर तैयार कर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।