
पंजाब पुलिस की महिला कांस्टेबल अमनदीप कौर को नशा तस्करी के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है और विभाग ने उसे नौकरी से बर्खास्त भी कर दिया है। यह मामला हाल ही में तब सामने आया जब बठिंडा में 17 ग्राम हेरोइन के साथ अमनदीप कौर को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इस मामले में बलविंद्र सिंह उर्फ सोनू के खिलाफ भी केस दर्ज किया है, जो अमनदीप कौर के साथ ड्रग्स तस्करी में शामिल था, लेकिन वह फरार है।
अमनदीप कौर के बारे में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अमनदीप कौर का परिवार साधारण था और वह 2011 में पंजाब पुलिस में भर्ती हुई थी। हालांकि, 2015 में उसने लव मैरिज की, लेकिन बाद में पति से अलग हो गई। कोरोना काल में उसकी मुलाकात एंबुलेंस चालक बलविंद्र सिंह से हुई, और इसके बाद दोनों ने मिलकर नशे का काला कारोबार करना शुरू कर दिया। अमनदीप कौर और बलविंद्र सिंह ने पुलिस की वर्दी और एंबुलेंस की आड़ में ड्रग्स सप्लाई करने का नेटवर्क तैयार किया था।
बलविंद्र सिंह की पत्नी ने आरोप लगाया कि अमनदीप कौर और उसके पति दोनों मिलकर ड्रग्स का कारोबार करते थे, और कई बार जब बलविंद्र की पत्नी घर पर होती थी, तब भी अमनदीप कौर वहां आती जाती थी। महिला का आरोप है कि इस काले कारोबार में अन्य पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं, जिससे मामले की जांच में रुकावट आ रही थी।
अमनदीप कौर की पुलिस सेवा के दौरान उसे 14 साल में 31 बार ट्रांसफर किया गया और दो बार सस्पेंड भी किया गया। हालांकि, उसकी सोशल मीडिया पर बदमाशी वाले गानों पर रील बनाने की आदत और महंगे ब्रांड्स के प्रति उसका शौक भी चर्चा का विषय बना हुआ है। इंस्टाग्राम पर उसकी 14 हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं और कई लोग उसकी पोस्ट्स पर कमेंट करते हैं। इसके अलावा, वह अक्सर मेडिकल लीव पर रहती थी और ड्यूटी पर कम जाती थी। बताया जाता है कि वह अपनी छुट्टियों में नशे की सप्लाई करती थी, और उसके पास महंगी घड़ी, गाड़ियां और आलीशान कोठी भी थी।
पुलिस की इस कार्रवाई ने न केवल अमनदीप कौर की गिरावट को उजागर किया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि कैसे पुलिस विभाग में कुछ भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारी सिस्टम के खिलाफ काम कर सकते हैं। अब इस मामले में आगे की जांच जारी है और बलविंद्र सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम प्रयासरत है।