
अमृतसर (पंजाब) : पंजाब से ननकाना साहिब माथा टेकने गई सरबजीत कौर के भारत लौटने की संभावना अब लगभग समाप्त हो चुकी है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, सरबजीत कौर उर्फ़ नूर हुसैन ने पाकिस्तान के शेखुपुरा की अदालत में अपने पति नासिर हुसैन के साथ निकाह को कानूनी मान्यता दिलाने के लिए अर्जी दाखिल की है। इसके साथ ही उसने वीजा अवधि बढ़ाने और पाकिस्तानी नागरिकता हासिल करने की याचिका भी दायर की है। अदालत में मामला अब तेजी से आगे बढ़ रहा है।
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इस तरह के मामलों में सोशल मीडिया संपर्क, धार्मिक यात्राओं का दुरुपयोग और सीमा-पार एजेंटों की सक्रियता बड़ी सुरक्षा चुनौती पैदा करते हैं। यही वजह है कि इसे सिर्फ व्यक्तिगत मामला नहीं बल्कि सीमा-पार धार्मिक यात्राओं और सोशल संपर्कों के बढ़ते जोखिम के रूप में देखा जा रहा है।
इससे पहले होशियारपुर की किरण बाला उर्फ़ अमना बीबी भी धार्मिक जत्थे के माध्यम से पाकिस्तान गईं और निकाह के बाद कभी भारत नहीं लौटीं। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि सरबजीत कौर का मामला उसी तरह के पैटर्न पर आगे बढ़ रहा है, जो भविष्य में और भी जटिलताएँ पैदा कर सकता है।















