पंजाब: अनमोल गगन मान का इस्तीफा नामंजूर, AAP ने लिया यू-टर्न, विधायक ने फैसला किया स्वीकार

पंजाब की खरड़ विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) की विधायक और पूर्व मंत्री अनमोल गगन मान के इस्तीफे की घोषणा के बाद सियासी हलचल तेज हो गई थी, लेकिन अब पार्टी ने उनके इस्तीफे को नामंजूर कर दिया है। अनमोल गगन मान ने रविवार, 20 जुलाई 2025 को इसकी जानकारी खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा की। उन्होंने बताया कि पार्टी के अध्यक्ष अमन अरोड़ा और AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने उनके इस्तीफे को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। अनमोल ने इस फैसले को स्वीकार कर लिया है और फिलहाल राजनीति में बने रहने का संकेत दिया है।

अनमोल गगन मान ने शनिवार, 19 जुलाई 2025 को पंजाब विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने और राजनीति छोड़ने की घोषणा की थी। उन्होंने पंजाबी में ‘एक्स’ पर लिखा था, “मेरा दिल भारी है, लेकिन मैंने राजनीति छोड़ने का फैसला कर लिया है। विधायक पद से स्पीकर को दिया गया मेरा इस्तीफा स्वीकार किया जाए। मेरी शुभकामनाएं पार्टी के साथ हैं।” इस घोषणा ने AAP और पंजाब की सियासत में हलचल मचा दी थी।

हालांकि, एक दिन बाद ही पार्टी नेतृत्व ने उनके इस्तीफे को खारिज कर दिया। सूत्रों के अनुसार, अनमोल ने कुछ दिन पहले ही इस्तीफा सौंपा था, और पार्टी ने उन्हें मनाने की कोशिश की थी। रविवार को अनमोल ने पार्टी अध्यक्ष अमन अरोड़ा से मुलाकात की, जिसके बाद यह फैसला लिया गया।

राजनीतिक पृष्ठभूमि

35 वर्षीय अनमोल गगन मान, जो पंजाबी गायिका से राजनेता बनीं, 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में खरड़ सीट से शिरोमणि अकाली दल के रंजीत सिंह गिल को 37,885 वोटों से हराकर विधायक चुनी गई थीं। इसके बाद उन्हें भगवंत मान सरकार में पर्यटन, संस्कृति, निवेश प्रोत्साहन, श्रम और आतिथ्य विभागों की जिम्मेदारी दी गई थी। हालांकि, सितंबर 2024 में कैबिनेट फेरबदल के दौरान उन्हें मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था।

अनमोल के इस्तीफे की घोषणा के पीछे खरड़ क्षेत्र में असंतोष और एंटी-इनकंबेंसी को प्रमुख वजह बताया गया। इसके अलावा, 2022 के चुनाव प्रचार के दौरान उनके द्वारा किए गए वादे, जैसे “पांच मिनट में MSP देने” का दावा, विपक्ष द्वारा बार-बार उठाया गया, क्योंकि सरकार इस वादे को पूरा नहीं कर सकी।

किसने क्या कहा

अनमोल के इस्तीफे की घोषणा के बाद विपक्षी दलों ने AAP पर निशाना साधा। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा, “AAP में सब कुछ ठीक नहीं है। एक विधायक को निलंबित किया गया, और अब एक और विधायक ने इस्तीफा दे दिया।” कांग्रेस विधायक सुखपाल खैहरा ने इसे AAP की “इस्तेमाल करो और फेंक दो” नीति का परिणाम बताया।

हालांकि, इस्तीफा नामंजूर होने के बाद कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे “नौटंकी” करार दिया। एक यूजर ने ‘एक्स’ पर लिखा, “इसे कहते हैं थूककर चाटना! चर्चा में आने के लिए ऐसी नौटंकी करनी पड़ती है।”

आगे की राह

अनमोल गगन मान के इस्तीफे को नामंजूर करने के बाद AAP ने संकेत दिया है कि वह पार्टी का महत्वपूर्ण चेहरा बनी रहेंगी। पंजाब में 2027 की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं, और अरविंद केजरीवाल दिल्ली में सत्ता खोने के बाद पंजाब पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। अनमोल के फैसले ने खरड़ सीट पर उपचुनाव की संभावना को फिलहाल टाल दिया है।

अनमोल ने अपने बयान में पार्टी के प्रति समर्थन जताया और कहा कि वह पंजाब सरकार के जनता की उम्मीदों को पूरा करने के प्रयासों की कामना करती हैं। उनके इस फैसले से पंजाब की सियासत में चर्चाएं अभी जारी रहने की संभावना है।

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