
मुंबई : महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के नेता और विधायक अबू आजमी को औरंगजेब के बारे में की गई टिप्पणी के कारण काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। उनके बयान पर बीजेपी और शिवसेना ने तीव्र विरोध किया और उन्हें निशाने पर लिया।
औरंगजेब को लेकर आजमी का यह बयान कि वह “निर्दयी शासक नहीं था” विवादों का कारण बना। बाद में, जब बयान पर विवाद बढ़ा, तो उन्होंने अपने बयान के लिए माफी मांगी और अपने तर्क को इतिहासकारों की राय से जोड़ने की कोशिश की।
आजमी के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की गईं, और बुधवार को महाराष्ट्र विधानसभा ने उन्हें निलंबित कर दिया। मुंबई की मानखुर्द शिवाजीनगर विधानसभा सीट से चौथी बार चुने गए आजमी के लिए यह एक बड़ा राजनीतिक विवाद बन गया है, क्योंकि उनका यह बयान न केवल उनके राजनीतिक विरोधियों को नाराज किया, बल्कि पार्टी के भीतर भी चर्चा का विषय बना।