
Pune Bus Rape Case : पुणे में एक महिला से बस के अंदर रेप की घटना ने सभी को हिला कर रख दिया। आरोपी ने महिला को दीदी कहकर बस में आने के लिए कहा था। इसके बाद आरोपी ने महिला के साथ हैवानियत की। महिला से दरिंदगी करने वाले पर पहले से कई क्रिमिल केस दर्ज हैं।
बता दें कि पुणे में स्वारगेट बस स्टेशन पर 26 वर्षीय महिला से दत्तात्रेय गाडे ने बस में रेप किया। दत्तात्रेय गाडे पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
एमएसआरटीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, खाली खड़ी एसी बस 25 फरवरी की सुबह 3:40 बजे सोलापुर से आई थी और गन्ने के जूस की दुकान के पास पार्क की गई थी। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि आरोपी ने खुद को बस का कंडक्टर बताया और महिला को बस के अंदर ले गया। स्वारगेट बस स्टेशन के अधिकारियों को सुबह 10:00 बजे (यानी 4 घंटे बाद) इस घटना के बारे में जानकारी मिली।
पुलिस ने बताया कि उन्होंने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें देखा गया कि महिला आरोपी के साथ बस की ओर जा रही थी। इस दौरान बस अड्डे पर कई बसें और लोग मौजूद थे। घटना के तुरंत बाद महिला पुलिस के पास नहीं गई, बल्कि दूसरी बस पकड़कर अपने घर चली गई। यात्रा के दौरान उसने अपने किसी दोस्त को फोन कर पूरी घटना बताई। इसके बाद, दोस्त की सलाह पर वह बस से उतरी और पुलिस स्टेशन पहुंची।
पुलिस ने यह भी जानकारी दी है कि आरोपी दत्तात्रेय गाडे पर पहले भी पुणे के शिकरापुर और शिरूर पुलिस थाने में कई मामले दर्ज हैं। उसकी तलाश के लिए पुलिस की आठ टीमें गठित की गई हैं। अहल्यानगर में भी उसके खिलाफ कई मामले हैं। 2019 में लूट के एक मामले में वह बेल पर बाहर था और तब से बाहर ही है। इसके बाद 2024 में चोरी के मामले में पुणे पुलिस ने उसे तलब किया था।
पुणे पुलिस ने आरोपी दत्तात्रेय गाडे के भाई से भी पूछताछ की है। फिलहाल, पुलिस सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी मदद के आधार पर आरोपी की तलाश कर रही है। वहीं, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इस मामले की गंभीरता से जांच करने और आरोपी की गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं।
पुणे के संरक्षक मंत्री अजित पवार ने कहा कि यह घटना शर्मनाक, दर्दनाक और आक्रोशित करने वाली है। दोषी को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वारगेट बस स्टेशन पर हुई रेप की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण, दर्दनाक और सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है। यह अपराध माफी के योग्य नहीं है, और इसमें मौत से कम कोई सजा नहीं हो सकती। उन्होंने पुणे पुलिस आयुक्त को इस मामले में व्यक्तिगत रूप से ध्यान देने और आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने मामले में स्वतः संज्ञान लिया है और त्वरित कार्रवाई की मांग की है। NCW की अध्यक्ष विजया राहटकर ने डीजीपी को पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि तीन दिन के अंदर एफआईआर की कॉपी और कार्रवाई रिपोर्ट भेजी जाए।
परिवहन विभाग मंत्री प्रताप सरनाईक ने सभी 33 प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड को निलंबित कर दिया है और MSRTC के निदेशक विवेक भीमनवार से सात दिनों के भीतर विभागीय जांच की रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है।
इस घटना के बाद पुणे में आक्रोश फैल गया है। शिवसेना यूबीटी के कार्यकर्ताओं ने स्वारगेट स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया और बस अड्डे के सिक्योरिटी ऑफिस में तोड़फोड़ की। एनसीपी के नेता शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने बीजेपी नीत महायुति सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जहां घटना हुई, उसके पास ही पुलिस पोस्ट है और फिर भी ऐसे खौफनाक मामले सामने आ रहे हैं, जिससे साबित होता है कि अपराधियों में कानून का कोई खौफ नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र का गृह विभाग अपराध रोकने में असफल है। वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने राज्य में बढ़ते रेप मामलों पर चिंता जताई।