वित्तीय धोखाधड़ी और डिजिटल अरेस्ट के खिलाफ जन जागरुकता जरूरी : जिलाधिकारी

  • डिजीटल अरेस्ट जैसा कोई प्रावधान नहीं है, इसलिए आपको ऐसी कोई कॉल आती है तो सतर्क रहें

महराजगंज। कलेक्ट्रेट सभागार में सुरक्षित इंटरनेट दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी अनुनय झा की अध्यक्षता में गोष्ठी का आयोजन किया गया और उपस्थित लोगों को सुरक्षित इंटरनेट उपयोग के विषय में जागरूक किया गया। मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि आधुनिक परिदृश्य में सार्वजनिक एवं निजी जीवन में इंटरनेट का महत्व और उपयोगिता अत्यधिक बढ़ता जा रहा है। लेकिन इसके कारण इंटरनेट से जुड़े खतरे भी बढ़ रहे हैं।

वित्तीय धोखाधड़ी और डिजिटल अरेस्ट इसके उदाहरण हैं। डीएम ने कहा कि कभी भी कॉल्स पर अपनी संवेदनशील जानकारी जैसे ओटीपी, आधार, पैन या बैंक विवरण, अपनी व्यक्तिगत जानकारी आदि ऑनलाइन साझा न करें और अपनी डिजिटल पहचान को सुरक्षित रखे। उन्होंने ने कहा कि आजकल डिजीटल अरेस्ट की घटनाएं बढ़ गई हैं। डिजीटल अरेस्ट जैसा कोई प्रावधान नहीं है, इसलिए आपको ऐसी कोई कॉल आती है तो तत्काल पुलिस को सूचित करें।

अपर जिलाधिकारी डॉ पंकज कुमार वर्मा ने कहा कि यदि आपके साथ किसी प्रकार का साइबर अपराध होता है, तो तत्काल नजदीकी पुलिस स्टेशन अथवा www.cybercrime.gov.in पर इसकी शिकायत दर्ज कराएं। साथ ही ऑनलाइन गतिविधियों को करते समय सतर्क रहें और सुरक्षित वेबसाइट अथवा प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करें।

कार्यशाला में जिला सूचना विज्ञान अधिकारी मनोज कुमार ने लोगों को सुरक्षित इंटरनेट के प्रयोग के विषय में अवगत कराया। उन्होंने उपस्थित लोगों को विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों और उनसे बचाव के बारे में भी बताया। कार्यशाला में सभी विभागों के प्रमुख सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें