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  • मणिकर्णिका घाट पर नगर निगम का सख्त एक्शन, लकड़ी विक्रेताओं की मनमानी पर लगाम

    मणिकर्णिका घाट पर नगर निगम का सख्त एक्शन, लकड़ी विक्रेताओं की मनमानी पर लगाम

    वाराणसी : उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी स्थित ​मोक्ष तीर्थ मणिकर्णिका घाट पर लकड़ी विक्रेताओं की मनमानी और बेतरतीब रखे लकड़ी के ढेर को लेकर नगर निगम प्रशासन सख्त रूख अख्तियार किया है। शनिवार को महापौर अशोक कुमार तिवारी और नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल के निर्देश पर नगर निगम की टीम ने घाट पर सघन अभियान चलाया।

    इस दौरान न सिर्फ घाट पर बेतरतीबी से रखे गए लकड़ियों के ढेरों को हटवाया गया, बल्कि दुकानदारों के लिए कड़े नियम भी लागू किए गए हैं। ​सहायक नगर आयुक्त अनिल यादव के नेतृत्व में पहुंची टीम ने घाट की सीढ़ियों पर रखी गई लकड़ियों को हटवाकर रास्ता साफ कराया। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कोई भी दुकानदार तीन दिन से अधिक का स्टॉक घाट पर जमा नहीं करेगा। इसके साथ ही, अब हर दुकान पर एक बोर्ड लगाना अनिवार्य होगा, जिस पर दुकानदार का नाम, मोबाइल नंबर और लकड़ी की दरें (रेट) साफ-साफ लिखी होंगी। इसका उद्देश्य अंतिम संस्कार के लिए आने वाले परिजनों को किसी भी प्रकार की ठगी से बचाना है। ​सहायक नगर आयुक्त अनिल यादव के अनुसार मोक्षतीर्थ मणिकर्णिकाघाट को अतिक्रमण मुक्त करने के साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पुलिस प्रशासन के सहयोग से रामलीला कमेटी के पास जमा मलबे को साफ कराया गया। नगर निगम का उद्देश्य इस खाली स्थान को दोपहिया वाहनों के पार्किंग स्टैंड के रूप में विकसित करना है, जिससे घाट पर आने-जाने वालों को जाम से राहत मिल सके।

    शहर से हटेंगे कूड़ा घर, पीसीटीएस तकनीक पर जोर

    ​’स्वच्छ काशी-सुंदर काशी’ अभियान के तहत नगर निगम अब शहर के पारंपरिक कूड़ा घरों को चरणबद्ध तरीके से बंद करने जा रहा है। इनके स्थान पर आधुनिक पोर्टेबल कॉम्पेक्टर ट्रांसफर सिस्टम (पीसीटीएस) लगाए जाएंगे।​ इस अभियान में मुख्य रूप से नायब तहसीलदार शेष नाथ, कोतवाली के जोनल अधिकारी मृत्युंजय नारायण, एसीपी अतुल अंजान त्रिपाठी समेत भारी संख्या में पुलिस बल और निगम कर्मी मौजूद रहे।

    उधर,​अवलेशपुर चितईपुर में करीब 10 बिस्वा जमीन पर पीसीटीएस बनाने के लिए प्री-कास्ट बाउंड्रीवाल का काम नगर निगम प्रशासन ने शुरू कर दिया है। इसी तरह व्यस्ततम व्यापारिक क्षेत्र ​हड़हासराय में नगर निगम ने करीब छह बिस्वा जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया है। इस जमीन की भी बाउंड्री कराई जा रही है, ताकि भविष्य में इसे पार्किंग के रूप में इस्तेमाल किया जा सके।

  • केजीएमयू को मिले राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा- पंकज चौधरी

    केजीएमयू को मिले राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा- पंकज चौधरी

    Lucknow : केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी ने किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा दिए जाने की मांग की। चौधरी ने केजीएमयू के अटल बिहारी बाजपेई कन्वेंशन सेन्टर में शनिवार को आयोजित विवि के 21वें दीक्षांत समारोह में उपस्थित केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा के समक्ष यह मांग उठाई।

    दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केजीएमयू लाखों मरीजों के लिए आशा का केन्द्र रहा है। यहां के चिकित्सकों ने असंभव को संभव कर दिखाया है। यहां से डिग्री लेकर निकलने वाले चिकित्सक केजीएमयू की ख्याति को आगे ले जायेंगे। उन्होंने डिग्रीधारी चिकित्सकों से कहा कि देशवासियों की अपेक्षाएं आप से जुड़ी हैं। अपनी शिक्षा एवं ज्ञान का उपयोग समाज के लिए करें और भावी पीढ़ी के लिए आदर्श बनें। पंकज चौधरी ने कहा कि दीक्षांत समारोह मात्र एक कार्यक्रम नहीं अपितु एक संस्कार होता है। आज से आप एक सक्षम व्यक्ति के तौर पर समाज में लौट रहे हैं। आज से समाज निर्माण में योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि केजीएमयू उत्तर प्रदेश का प्रमुख चिकित्सा विश्वविद्यालय है। केजीएमयू का गौरवशाली इतिहास है। अनेक वर्षों से आमजनमानस की आशा का केन्द्र है। यहां पर इलाज के लिए पूरे प्रदेश से गरीब व असहाय मरीज आते हैं। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता का प्रतीक है और यहां से दीक्षित होकर निकलने वाले युवा चिकित्सक भविष्य में राष्ट्र की स्वास्थ्य सेवाओं को नई दिशा और ऊंचाइयां प्रदान करेंगे।

    दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने की। समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री (चिकित्सा शिक्षा) मयंकेश्वर शरण सिंह, केजीएमयू की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद, डॉ. सूर्यकांत, डॉ. आर.ए.एस. कुशवाहा, डॉ. शीतल वर्मा, प्रो. वेद प्रकाश समेत अन्य लोग उपस्थित थे।

  • Moradabad : बढ़ते अपराधों पर भारतीय गौरक्षा सेना का हमला, पुलिस पर संरक्षण के आरोप

    Moradabad : बढ़ते अपराधों पर भारतीय गौरक्षा सेना का हमला, पुलिस पर संरक्षण के आरोप

    Moradabad : शहर एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में अपराध की घटनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं, जिससे आम नागरिकों में भय और असुरक्षा का माहौल बनता जा रहा है। विशेष रूप से ठाकुर समाज के लोगों की लक्षित हत्याएं, थाना मूंढापांडे क्षेत्र में लगातार हो रही गौ-हत्या की घटनाएं, चौकी इंचार्ज द्वारा गरीब एवं असहाय लोगों के साथ कथित दुर्व्यवहार और उत्पीड़न की शिकायतें गंभीर चिंता का विषय बन चुकी हैं।

    भारतीय गौरक्षा सेना का आरोप है कि इन सभी मामलों में स्थानीय पुलिस प्रशासन की भूमिका संदेह के घेरे में है। संगठन का कहना है कि एक विशेष अधिकारी के संरक्षण में अपराधी बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, जबकि डीआईजी एवं एसएसपी स्तर से भी अब तक कोई ठोस और प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई है।

    भारतीय गौरक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज ठाकुर ने कहा कि यदि इन गंभीर मामलों पर शीघ्र और निष्पक्ष कार्रवाई नहीं की गई, तो संगठन को मजबूरन प्रशासन के विरुद्ध एक बड़ा जन आंदोलन और व्यापक जन मुहिम शुरू करनी पड़ेगी। उन्होंने बताया कि इन सभी मुद्दों पर विस्तृत तथ्य, साक्ष्य एवं पीड़ितों की शिकायतों को सार्वजनिक करने हेतु एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें मुरादाबाद में बढ़ते अपराध, गौ-हत्या, सामाजिक उत्पीड़न और पुलिस की भूमिका को लेकर अहम खुलासे किए जाएंगे।

    भारतीय गौरक्षा सेना की ओर से स्पष्ट किया गया है कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस आम जनता की सुरक्षा, सामाजिक न्याय और गौ संरक्षण के मुद्दों को लेकर आयोजित की जा रही है, ताकि प्रशासन की जवाबदेही तय हो सके।

  • Jalaun : वित्त मंत्रालय की डायरेक्टर भूमिका वर्मा ने किया कृषि विज्ञान केंद्र एवं हस्तकागज उद्योग का निरीक्षण

    Jalaun : वित्त मंत्रालय की डायरेक्टर भूमिका वर्मा ने किया कृषि विज्ञान केंद्र एवं हस्तकागज उद्योग का निरीक्षण

    Jalaun : भारत सरकार के वित्त मंत्रालय की डायरेक्टर भूमिका वर्मा (आईईएस) ने जनपद भ्रमण कार्यक्रम के अंतर्गत आज कृषि विज्ञान केंद्र, रूरमल्लू का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने केंद्र में संचालित कृषि अनुसंधान, प्रशिक्षण गतिविधियों एवं किसानों के लिए चल रही योजनाओं की जानकारी प्राप्त की तथा अधिकारियों को नवाचार आधारित कृषि तकनीकों को अधिक प्रभावी ढंग से किसानों तक पहुंचाने के निर्देश दिए।

    इसके उपरांत डायरेक्टर द्वारा कालपी स्थित हस्तकागज उद्योग का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पारंपरिक हस्तकागज निर्माण की प्रक्रिया, कारीगरों की कार्यशैली एवं उत्पादन की गुणवत्ता का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि हस्तकागज उद्योग स्थानीय रोजगार सृजन के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस उद्योग को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण, विपणन एवं वित्तीय सहयोग को और सुदृढ़ किया जाना आवश्यक है।

    निरीक्षण के दौरान संबंधित विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। डायरेक्टर ने जनपद में कृषि एवं लघु उद्योगों की संभावनाओं की सराहना करते हुए उनके समग्र विकास हेतु आवश्यक सुझाव भी दिए।

  • रूस का यूक्रेन के ओडेसा क्षेत्र पर बड़ा हमला, पिवदेननी बंदरगाह निशाने पर

    रूस का यूक्रेन के ओडेसा क्षेत्र पर बड़ा हमला, पिवदेननी बंदरगाह निशाने पर

    कीव : रूस ने शनिवार को यूक्रेन के दक्षिणी ओडेसा क्षेत्र में स्थित पिवदेननी बंदरगाह पर हमला किया। यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, काला सागर तट से लगे इस क्षेत्र में रूस ने ऊर्जा प्रतिष्ठानों और मोल्दोवा सीमा तक जाने वाले एक अहम मार्ग को भी निशाना बनाया है।

    रूस लगातार ड्रोन और मिसाइल हमलों के जरिए ओडेसा क्षेत्र को निशाना बना रहा है। यह वही इलाका है, जहां यूक्रेन के विदेशी व्यापार और ईंधन आपूर्ति के लिए बेहद अहम बंदरगाह स्थित हैं। हाल ही में मॉस्को ने धमकी दी थी कि वह “यूक्रेन को समुद्र से काट देगा।”

    यूक्रेनी उप प्रधानमंत्री ओलेक्सी कुलेबा ने टेलीग्राम पर बताया कि शनिवार के हमले में पिवदेननी बंदरगाह पर ईंधन भंडारण टैंकों को नुकसान पहुंचा है। इससे एक दिन पहले हुए मिसाइल हमले में इसी बंदरगाह पर आठ लोगों की मौत हो गई थी और कम से कम 30 लोग घायल हुए थे।

    इसके अलावा गुरुवार और शुक्रवार को रूसी सेना ने पिवदेननी के उत्तर-पूर्व में मायाकी गांव के पास ड्निस्टर नदी के मुहाने पर बने एक पुल को भी निशाना बनाया। यह पुल मोल्दोवा की सीमा तक जाने वाला मुख्य मार्ग है और ओडेसा क्षेत्र के कई हिस्सों को जोड़ता है।

    यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के उप प्रमुख विक्टर मिकिता ने कहा कि रूस को मोर्चे पर खास सफलता नहीं मिल रही है, इसलिए वह नागरिकों को आतंकित कर आंतरिक अस्थिरता पैदा करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि ओडेसा के लोग और प्रशासन मिलकर इन प्रयासों का प्रभावी ढंग से मुकाबला कर रहे हैं। रूसी अधिकारियों ने इन हमलों पर कोई टिप्पणी नहीं की है।

    यूक्रेनी प्रशासन ने एहतियात के तौर पर यात्रियों को मोल्दोवा जाने के लिए वैकल्पिक मार्गों, यहां तक कि जलमार्गों से भी भेजना शुरू कर दिया है। मिकिता ने कहा कि दुश्मन चाहे जितनी कोशिश करे, यूक्रेन संपर्क बनाए रखने के लिए नए रास्ते तैयार करता रहेगा।

    गौरतलब है कि पिछले सप्ताह रूस के अब तक के सबसे बड़े हवाई हमलों में ओडेसा क्षेत्र की ऊर्जा सुविधाएं क्षतिग्रस्त हुई थीं, जिससे सैकड़ों हजारों लोग कई दिनों तक अंधेरे में रहने को मजबूर हो गए थे। दिसंबर में बंदरगाहों पर हुए हमलों में तुर्की के झंडे वाले तीन जहाज भी क्षतिग्रस्त हुए थे।

    रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पहले ही यूक्रेन की काला सागर तक पहुंच काटने की चेतावनी दे चुके हैं। यह बयान यूक्रेन द्वारा रूस के तथाकथित ‘शैडो फ्लीट’ तेल टैंकरों पर समुद्री ड्रोन हमलों के बाद आया था। यूक्रेन का कहना है कि ये टैंकर रूस के तेल निर्यात का जरिया हैं, जिससे वह अपने लगभग चार साल पुराने युद्ध को वित्तपोषित कर रहा है।

  • सीतापुर : गुलजार शाह उर्स और मेला का भव्य उद्घाटन

    सीतापुर : गुलजार शाह उर्स और मेला का भव्य उद्घाटन

    बिसवां, सीतापुर : प्रसिद्ध सूफी संत हजरत गुलजार शाह की दरगाह पर आयोजित वार्षिक उर्स और मेले का भव्य उद्घाटन प्रसिद्ध अभिनेता संग्राम सिंह पटेल ने किया। उद्घाटन समारोह में क्षेत्र के गणमान्य नागरिक, धार्मिक विद्वान, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में अकीदतमंद उपस्थित रहे। अभिनेता संग्राम सिंह पटेल ने चादरपोशी कर दरगाह पर मत्था टेका और देश में अमन-चैन, भाईचारे और खुशहाली की दुआ मांगी। उन्होंने कहा कि उर्स केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है, जो लोगों को जोड़ने का कार्य करता है।

    उर्स के साथ लगे पारंपरिक मेले में दूर-दराज से आए दुकानदारों ने अपनी भागीदारी से मेले की रौनक बढ़ा दी। मेले में हस्तशिल्प, खानपान, खिलौनों और स्थानीय उत्पादों की दुकानों पर भारी भीड़ देखी गई। मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम, कव्वाली, मुशायरा, दंगल, हॉकी प्रतियोगिता आदि का आयोजन होगा। आयोजन स्थल पर सुरक्षा और स्वच्छता के विशेष इंतजाम किए गए, जिससे कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सका। इस अवसर पर अभिनेता संग्राम सिंह पटेल ने आयोजन समिति की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समाज में प्रेम, सौहार्द और आपसी सम्मान की भावना को मजबूत करते हैं।

    आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि उर्स और मेला कई दिनों तक चलेगा, जिसमें विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आयोजन समिति के सदस्यों ने अतिथियों और श्रद्धालुओं के प्रति आभार व्यक्त किया। इस दौरान मुसर्रत अली सिद्दीकी, सैय्यद हुसैन कादरी, महबूब अली, डॉ. अहमद अली अंसारी, आराध्य शुक्ला सहित बड़ी संख्या में अकीदतमंद मौजूद रहे।

    ये कार्यक्रम होंगे आयोजित-

    हॉकी उद्घाटन – 21 दिसंबर 2025
    हॉकी फाइनल – 26 दिसंबर 2025
    आतिशबाजी का मुकाबला – 01 जनवरी 2026
    ऑल इंडिया मुशायरा – 12 जनवरी 2026
    जवाबी कव्वाली -17 जनवरी 2026
    दंगल उद्घाटन – 19 जनवरी 2026
    जवाबी कव्वाली – 25 जनवरी 2026
    दंगल फाइनल – 27 जनवरी 2026
    ऑल इंडिया नातिया मुशायरा – 31 जनवरी 2026

  • फर्रुखाबाद : नाबालिग युवती से छेड़छाड़ करने वाले तीन अभियुक्त गिरफ्तार

    फर्रुखाबाद : नाबालिग युवती से छेड़छाड़ करने वाले तीन अभियुक्त गिरफ्तार

    फर्रुखाबाद : थाना कोतवाली फतेहगढ़ पुलिस ने नाबालिग युवती से छेड़छाड़ करने वाले तीन शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम व पते इस प्रकार हैं
    शिवम उर्फ कल्लू पुत्र देशराज निवासी अंबेडकर कॉलोनी, हिमांशु पुत्र श्यामलाल निवासी राजन नगला भोलेपुर, नवीन पुत्र श्याम सिंह निवासी नलकूप कॉलोनी धन्सुआ।

    इन तीनों ने 14 दिसंबर 2025 की शाम बुलेट बाइक से लोको रोड पर जा रही एक नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ की। विरोध करने पर अभियुक्तों ने पीड़िता के मामा से गाली-गलौज कर मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। वादी की तहरीर के आधार पर थाना कोतवाली फतेहगढ़ पुलिस ने छेड़छाड़, पॉक्सो एक्ट, गाली-गलौज, मारपीट एवं जान से मारने की धमकी के तहत मुकदमा दर्ज किया।

    कड़ी पूछताछ में गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए गलती स्वीकार की।
    गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक रणविजय सिंह, उपनिरीक्षक मुकेश कुमार बाजपेई तथा हेड कांस्टेबल विजेंद्र सिंह शामिल रहे।

  • हिमाचल प्रदेश सरकार ने किए तीन पुलिस अधिकारियों के तबादले

    हिमाचल प्रदेश सरकार ने किए तीन पुलिस अधिकारियों के तबादले

    शिमला : हिमाचल प्रदेश सरकार ने शनिवार को तीन पुलिस अधिकारियों के तबादले किए। इस बदलाव के तहत एचपीएस कैडर के एक एएसपी और दो डीएसपी को नई तैनाती दी गई है। मुख्य सचिव संजय गुप्ता की तरफ से इस संबंध में अधिसूचना जारी की गई है।

    इसके अनुसार तृतीय बैटालियन पंडोह के एएसपी दिनेश शर्मा को स्थानांतरित कर उन्हें अब चंबा का एएसपी नियुक्त किया गया है। यह निर्णय उनके वर्तमान स्थान से अलग एक नई जिम्मेदारी सौंपने के उद्देश्य से लिया गया है, ताकि पुलिस व्यवस्था को और बेहतर बनाया जा सके।

    इसके अलावा परिवहन निदेशालय शिमला में लीगल एजेंसी और रोड सेफ्टी सैल के डीएसपी दुश्यंत सरपाल को अब डीएसपी साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन शिमला के पद पर नियुक्त किया गया है। उनकी नई जिम्मेदारी एएसपी के पद के विरुद्ध की गई है।

    वहीं, डीएसपी साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन शिमला विपन कुमार को परिवहन निदेशालय शिमला में लीगल एजेंसी और रोड सेफ्टी सैल में डीएसपी के रूप में तैनात किया गया है।

  • ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान ने मुरार जिला अस्पताल के प्रसूति गृह का किया निरीक्षण

    ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान ने मुरार जिला अस्पताल के प्रसूति गृह का किया निरीक्षण

    ग्वालियर : मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले की कलेक्टर रुचिका चौहान ने शनिवार को मुरार जिला अस्पताल पहुँचकर प्रसूति गृह का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस मौके पर सिविल सर्जन सहित चिकित्सालय के चिकित्सक एवं पैरामेडीकल स्टाफ उपस्थित था। कलेक्टर ने ठंड के मौसम को देखते हुए अस्पताल में उपचाररत महिलाओं को कंबल भी भेंट किए।

    कलेक्टर रुचिका चौहान ने मुरार प्रसूति गृह पहुँचकर विभिन्न वार्डों का निरीक्षण किया और प्रसूति गृहों में भर्ती महिलाओं से चर्चा की तथा नवजात बच्चों के स्वास्थ्य के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने चिकित्सकों को निर्देशित किया कि सर्दी के मौसम को देखते हुए अस्पताल में सभी व्यवस्थायें बेहतर की जाएं। अस्पताल में भर्ती मरीजों के साथ-साथ उनके परिजनों को भी किसी प्रकार की परेशानी न हो, यह सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही अस्पताल में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान पैरामेडीकल स्टाफ से भी चर्चा की तथा अस्पताल में भर्ती महिलाओं व उनके नवजात बच्चों की देखरेख पर विशेष ध्यान देने की हिदायत दी। सिविल सर्जन ने अस्पताल की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी दी।

  • Shravasti : यूपी बोर्ड केंद्र निर्धारण में घोर अनियमितता, मानकों की उड़ाई धज्जियां

    Shravasti : यूपी बोर्ड केंद्र निर्धारण में घोर अनियमितता, मानकों की उड़ाई धज्जियां

    • कहीं रास्तों का अभाव तो कहीं विद्यालय के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन

    Shravasti : बोर्ड परीक्षा 2026 में होने वाली यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण में घोर अनियमितता सामने आई है। केंद्र निर्धारण के मानकों की पूरी तरह से धज्जियां उड़ाई गई हैं। बोर्ड द्वारा जारी प्रस्तावित सूची में राजेंद्र दास जनजातीय इंटर कॉलेज मसहा कला, अबू हाशिम आजमी इंटर कॉलेज परसोना, किसान इंटर कॉलेज लक्ष्मण नगर सहित कई विद्यालयों को परीक्षा केंद्र से बाहर कर दिया गया है।

    वहीं वर्ष 2025 में परीक्षा केंद्र रहे श्री शारदा इंटर कॉलेज लालपुर प्रहलादा, फतेह बहादुर इंटर कॉलेज गौसपुर, बाबू एसपी सिंह इंटर कॉलेज घोरमा परसिया, किसान इंटर कॉलेज सुविखा, एसपी रंजीत सिंह इंटर कॉलेज तिलकपुर सहित कई अन्य विद्यालयों को, जो वर्षों से परीक्षा केंद्र रहे हैं, उन्हें दरकिनार कर मानकविहीन विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। जिन विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है, वहां कहीं सात कमरे हैं तो कहीं नौ। कहीं-कहीं तो सड़कों का भी अभाव है। इसके साथ ही शासन के मानकों के विपरीत ऐसे विद्यालयों को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया है जहां हाईटेंशन लाइन विद्यालय के ऊपर से गुजर रही है।

    परीक्षा केंद्र पटल प्रभारी द्वारा छात्र आवंटन में मनमानी कर नियम के विपरीत परीक्षा केंद्रों का आवंटन 45 किलोमीटर दूर तक किया गया है। ध्रुव नारायण पांडेय इंटर कॉलेज के बच्चों को 40 किलोमीटर दूर परमहंस राम मंगलदास इंटर कॉलेज लंगड़ी गूलर में भेजा गया है। इसी प्रकार सिरसिया में स्थित ब्रह्मदत्त उत्तर माध्यमिक विद्यालय चैलाही के बच्चों को 45 किलोमीटर दूर बलभद्र प्रसाद गोकर्णनाथ इंटर कॉलेज मनिका चौक हरिहरपुर रानी भेजा गया है।

    कई विद्यालयों के ऊपर से हाईटेंशन तार गुजर रहा है, फिर भी उन्हें परीक्षा केंद्र बनाया गया है। इन घोर अनियमितताओं के कारण हजारों बच्चे संसाधनों के अभाव में परीक्षा देने से वंचित रह सकते हैं। ऐसे में उच्चाधिकारियों का ध्यान देना आवश्यक है। वहीं इस संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई।