
उत्तरकाशी। गंगोत्री धाम में यात्रा को लेकर जिला प्रशासन द्वारा जारी की गई एस ओपी का गंगोत्री धाम के व्यापारियों होटल एसोशियशन से लेकर श्री गंगा (पुरोहित) सभा ने विरोध जताया है।
गंगोत्री होटल एसोसिएशन और व्यापारियों ने जिला अधिकारी को पत्र लिखकर 15 सितम्बर तक एसओपी को परिवर्तन करने की मांग की गई, चेताया कि यदि एसओपी समाप्त नहीं की तो गंगोत्री धाम में धरना प्रदर्शन चक्काजाम किया जायेगा।
प्रशासन ने यात्रियों के लिए गाइड लाइन बनाई गई हैं, जिससे गंगोत्री धाम में व्यापारियों को प्रशासन द्वारा बनाई गई गाइड लाइन से उनके व्यापार को नुकसान हो रहा हैं। व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन इस नियमावली को बदले जिसमें व्यापारियों को कुछ लाभ मिल सके। इस नियमावली से होटल एसोसिएशन से लेकर छोटे व्यापारियों को भी नुकशान हो रहा हैं। साथ ही सभी व्यापारियों ने कहा प्रशासन इस पर जल्द कुछ कार्य नहीं करते है तो 15 सितम्बर को पर्ण गंगोत्री धाम बंद करने की चेतावनी दी गई है । गंगोत्री धाम होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल नौटियाल, सचिव निखिलेश सेमवाल ने जिलाधिकारी को प्रेषित पत्र में कहा गया कि दूसरे चरण की यात्रा पर गंगोत्री धाम में एस एसओपी के मुताबिक यात्रियों की सीमित संख्या एवं एक बजे दिन के बाद तीर्थ यात्रियों के आवागमन पर रोक लगाने से होटल व्यवसाय की बुकिंग रद्द हो रही है, जिससे होटल व्यवसाय को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि धराली आपदा के 35 दिनों बाद जिल प्रशासन ने गंगोत्री धाम में दूसरे चरण की यात्रा बीते मंगलवार को शुरू कर दिया था। जिला प्रशासन द्वारा उत्तरकाशी से गंगोत्री तक सिर्फ लोकल वाहनों को अनुमति दी गई है। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि फिलहाल पुलिस द्वारा जारी एसओपी के मुताबिक यात्रियों को तीर्थ यात्रा करने का पालन करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था कुछ समय के लिए लागू रहेगा है।