
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के चौथे दिन बिहार में जारी मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के विरोध में विपक्षी दलों ने संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी सहित विपक्षी इंडी गठबंधन के सांसदों ने हिस्सा लिया। विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी करते हुए एसआईआर प्रक्रिया को तत्काल वापस लेने की मांग की।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने संसद भवन परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि संसद में विपक्ष के नेताओं बोलने नहीं दिया जाता। हम चर्चा की मांग कर रहे हैं, सरकार को चर्चा करने के लिए सहमत होना चाहिए।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सत्तारूढ़ दल पर लोकतंत्र को नष्ट करने पर आरोप लगाया। कांग्रेस की राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए कहा कि आयोग दावा कर रहा है कि 95 प्रतिशत मतदाताओं का वेरिफिकेशन हो चुका है, जबकि जमीनी स्तर पर बीएलओ का कहना है कि यह प्रक्रिया तो 26 जुलाई से शुरू होगी। आयोग की मंशा संदेह के घेरे में है।
गौरतलब है कि बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण कर रहा है। आयोग के अनुसार, अब तक 90 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने फॉर्म भर दिए हैं और इसके आधार पर सितंबर के अंत तक अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। हालांकि, विपक्ष इस प्रक्रिया को संदिग्ध और पूर्वनियोजित मान रहा है।
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