
ब्रिटेन की जेलों में बंद कैदी अपनी सजा के दौरान अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। जबकि भारत में कैदी मामूली रकम कमाते हैं, ब्रिटेन में कुछ कैदी तो जेल प्रहरियों से भी ज्यादा कमाई करते हैं। इन कैदियों की मासिक आय 3 लाख रुपये तक पहुंच सकती है, जो सालाना लगभग 39 लाख रुपये होती है। इनकी कुल आय करीब 48,66,907 रुपये तक पहुंच सकती है।
ब्रिटिश जेलों में कैदियों की कमाई कई पेशेवरों से भी अधिक है, जैसे कि माध्यमिक शिक्षक, दाई और बायोकेमिस्ट। पिछले साल, सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले कैदी का शुद्ध वेतन 36,715 पाउंड यानी करीब 38,84,491 रुपये था।
इनकी कमाई की तुलना यदि पेशेवरों से की जाए, तो एक दाई सालाना करीब 38.75 लाख रुपये कमाती है, वहीं बायोकेमिस्ट और मनोचिकित्सक क्रमशः 38.71 लाख और 38.73 लाख रुपये कमाते हैं। यहां तक कि चार्टर्ड सर्वेयर भी सालाना करीब 37.07 लाख रुपये कमाता है।
कैदियों की कुल आय के आंकड़ों से यह पता चलता है कि पिछले साल कैदियों की कुल कमाई 22.5 मिलियन पाउंड यानी लगभग 238 करोड़ रुपये थी। औसतन, ब्रिटेन की जेलों में हर महीने करीब 1,183 कैदियों को रोजगार मिलता है। यह आंकड़े यह दर्शाते हैं कि उन कैदियों के लिए अच्छा खासा आर्थिक अवसर मौजूद है, जो अपनी सजा के दौरान काम करने के इच्छुक हैं।
ब्रिटेन में कैदियों को जो वित्तीय अवसर मिलते हैं, वह उनकी सुधारात्मक प्रणाली का एक अनूठा पहलू है। अपने अपराधों के लिए सजा काटते हुए, इन व्यक्तियों को जेल में काम करने के माध्यम से अच्छी आय अर्जित करने का मौका मिलता है।