
भास्कर ब्यूरो
करछना। प्रयागराज की जमुनापार की प्रमुख और प्राचीन तहसील करछना में लंबे समय से रजिस्टर्ड बैनामा निबंधन कार्यालय से जुड़े जालसाजों का कारनामा उजागर हुआ है। इन जालसाजों ने लाखों-करोड़ों रुपए का चूना लगाया है और इससे पूर्व जेल की हवा भी खा चुके हैं। फिर भी सीधे-सादे लोग इन जालसाजों के चक्कर में फंसकर लाखों रुपए की ठगी के शिकार हो जाते हैं। दलालों की लालच के कारण विभागीय अधिकारियों द्वारा भी ऐसे कारनामे करने में कोई हिचक नहीं दिखाई जा रही है।
इससे संबंधित एक मामला करछना तहसील के वीरपुर निवासी अमित कुमार यादव से जुड़ा है। अमित वर्तमान में श्रीनगर में भारतीय सेना की ड्यूटी पर तैनात हैं। उन्होंने बीच में छुट्टी पर अपने गांव वीरपुर आए थे। उसी दौरान करछना थाना क्षेत्र के गधियाव गांव निवासी राजेश कुमार पुत्र जमुना प्रसाद ने सेना के जवान को मवैया लवायन तहसील करछना अंतर्गत एक भूखंड दिखाया, जिसकी कीमत साढ़े बाइस लाख रुपए है और जिसकी मालिक सुलेखा पत्नी विश्वनाथ केसारवानी, तहसील कोरांव की हैं।
उक्त भूमि को सेना के जवान अमित कुमार और उसके साले मनीष कुमार निवासी भगाही बरांव के हाथ दो लोगों के माध्यम से प्रॉपर्टी डीलर राजेश कुमार ने अपने खाते में चेक और नगदी जमा करा लिया। एक महीने बाद जवान की छुट्टी खत्म होने पर वह ड्यूटी पर श्रीनगर चला गया। इस दौरान प्रॉपर्टी डीलर ने जवान की पत्नी को बुलाया और 4 मार्च एवं 11 मार्च को सेना के जवान की पत्नी रंजना यादव और मनीष कुमार के नाम विक्रेता की जगह दूसरी महिला खड़ी करके फर्जी बैनामा कर दिया।
इसकी जानकारी होने पर जवान की पत्नी रंजना यादव ने पुलिस में नामजद शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी राजेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है और जालसाज महिला की तलाश में जुटी हुई है।