
प्रयगराज, नैनी। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में स्कूल टीचर के थप्पड़ मारने से नर्सरी-छात्र की मौत हो गई। नैनी पुलिस ने दो शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है और इस मामले की जांच शुरू कर दी है। परिजनों का आरोप है कि बच्चा पानी के लिए तड़पता रहा लेकिन शिक्षकों का दिल नहीं पसीजा।
नैनी थाना क्षेत्र के महेवा पश्चिम पट्टी निवासी वीरेंद्र के साढ़े तीन वर्षीय बेटे शिवाय की मौत हुई है। वह नर्सरी में पढ़ता था। इसी स्कूल में शिवाय की बहन पूर्वी और बड़ा भाई सुमित भी पढ़ता है। सुमित ने परिजनों को बताया कि शिवाय रो रहा था, टीचर उसे लेकर मेरे क्लास में आई और बेंच पर बैठा दिया.। शिवाय ने इसके बाद भी रोना बंद नहीं किया तो एक टीचर ने उसे थप्पड़ जड़ दिया। जिसेस उसका सिर बेंच से टकरा गया और वह जमीन पर गिर गया।
सुमित ने बताय कि जमीन पर गिरते ही शिवाय के मुंह और नाक से खून बह रहा था। वह बार बार पानी मांग रहा था लेकिन टीचर ने पानी नहीं पिलाया। 10 मिनट बाद उसकी आवाज बंद हो गई। एक टीचर ने उसे हिलाया तो वह कुछ नहीं बोला जिसके बाद टीचर बाहर गई और फोन कर मम्मी और पापा को बुलाया।
स्कूल से शिवाय की बोलती बंद होने की सूचना मिली तो वीरेंद्र और उसकी पत्नी घबरा गई । दोनों भागते हुए स्कूल पहुंचे और शिवाय को लेकर अस्पताल गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने महिला टीचर्स के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वीरेंद्र ने हत्या का केस दर्ज गिरफ्तारी की मांग की है।
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