
प्रयागराज के जिलाधिकारी ने हाल ही में दो एसडीएम के तबादले किए हैं। बारा तहसील के एसडीएम संदीप तिवारी को कोरांव तहसील का नया एसडीएम बनाया गया है, जबकि आकांक्षा सिंह को करछना एसडीएम के रूप में नई जिम्मेदारी सौंपी गई है।
एसडीएम संदीप तिवारी ने पदभार संभालते ही बार बेंच के साथ एक मीटिंग बुलाई, जिसमें अधिवक्ताओं के साथ सामंजस्य और जान-पहचान बनाने का प्रयास किया गया। हालांकि, इस मीटिंग में अधिवक्ताओं की नाराजगी साफ देखने को मिली। हड़ताल पर बैठे अधिवक्ता अध्यक्ष मंत्री के साथ मीटिंग में शामिल नहीं हुए और उन्होंने दो टूक कह दिया कि वे अध्यक्ष मंत्री के साथ नहीं जाएंगे। इससे दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
कुछ अधिवक्ताओं की हड़ताल का कारण एसडीएम आकांक्षा सिंह के साथ उनके मतभेद और तनावपूर्ण संबंध हैं। हड़ताल पर बैठे अधिवक्ताओं का कहना है कि जब तक एसडीएम आकांक्षा सिंह का तबादला नहीं हुआ था, तब तक वे उनके व्यवहार से परेशान थे और अब नए एसडीएम के साथ भी वे अपने संबंधों को सामान्य बनाने के मूड में नहीं हैं।
एसडीएम संदीप तिवारी के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती अधिवक्ताओं के साथ सामंजस्य स्थापित करना और तनावपूर्ण स्थिति को सामान्य बनाना है। देखना होगा कि वे इस चुनौती का सामना कैसे करते हैं और अधिवक्ताओं के साथ अपने संबंधों को कैसे सामान्य बनाते हैं।
गौरतलब है कि एसडीएम आकांक्षा सिंह के कार्यकाल के दौरान गिने चुने कुछ अधिवक्ताओं ने बार एसोसिएशन के बिना सहमति के उनके खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया था और तहसील कार्यालय में तालाबंदी कर दी थी। अधिवक्ताओं का आरोप था कि एसडीएम आकांक्षा सिंह का व्यवहार उनके प्रति ठीक नहीं था और वे अपने कार्यों में शिथिलता बरत रही थीं। जबकि ऐसा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मंत्री के तरफ से नहीं था अब नए एसडीएम के साथ अधिवक्ताओं के संबंधों को देखना दिलचस्प होगा।
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