
- लाखो खर्च के बावजूद नही हो रहा गौशाला मे सुधार
Koraon, Prayagraj : कोरांव ब्लॉक में संचालित 17 अस्थायी गौशालाओं में लगभग 4000 गौवंश हैं। सरकार इनके रखरखाव के लिए प्रति गौवंश 50 रुपये प्रतिदिन खर्च कर रही है, लेकिन अधिकांश गौशालाओं की स्थिति दयनीय बनी हुई है। ठंड के मौसम में भी त्रिपाल या छावनी की व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे कई गौवंशों की मौत हो रही है।
जिम्मेदार अधिकारियों को इसकी पूरी जानकारी है, लेकिन वे स्थिति को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। आंकड़ों की बात करें तो केवल कोरांव ब्लॉक में ही हर महीने लगभग 60 लाख रुपये गौवंश के चारा-भूसा आदि पर खर्च किए जा रहे हैं। इसके बावजूद पशुओं को पर्याप्त मात्रा में भूसा और चारा नहीं मिल पा रहा है।
गौशालाओं में सफाई की स्थिति भी बेहद खराब है। जिन नाद टंकियों में पशु पानी पीते हैं, उनकी नियमित सफाई नहीं कराई जाती, जिससे पशु बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। छोटे-छोटे बछड़ों को भी अलग नहीं रखा जाता, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
अस्थायी गौशालाओं के संचालन की जिम्मेदारी जिन व्यक्तियों को सौंपी गई है, वे भी अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से नहीं निभा रहे हैं।
अधिकतर लोग लापरवाही और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। यदि बिना सूचना के उच्चाधिकारी इन गौशालाओं का औचक निरीक्षण करें, तो भ्रष्टाचार की हकीकत सामने आ सकती है।
सामाजिक कार्यकर्ता पंडित महेंद्र प्रसाद शुक्ल ने जिलाधिकारी प्रयागराज का ध्यान इस ओर आकर्षित करते हुए टीम गठित कर औचक निरीक्षण करने और संलिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।










