
नवादा। जन स्वराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को नवादा जिले में रोड शो कर जिले के सभी पार्टी प्रत्याशियों के साथ ही नवादा के शिक्षाविद व जनसुराज प्रत्याशी प्रत्याशी डॉ अनुज सिंह को भारी मतों से विजय बनाने का आह्वान किया।
गया के रास्ते पहुंचे प्रशांत किशोर को नवादा के प्रत्याशी डॉक्टर अनुज सिंह ने नवादा विधानसभा क्षेत्र की सीमा नारदीगंज प्रखंड के दयाली बीघा मोड़ के पास सैकड़ो वाहनों के काफिले के साथ स्वागत किया। 50 जगहो पर जेसीबी से प्रशांत किशोर के ऊपर फूल बरसाए गए ।
नारदीगंज , कहुआरा बाजार,नवादा के गोंदापुर चौक ,नवादा के सद्भावना चौक,रजौली बस स्टैंड ,प्रजातंत्र चौक पर प्रशांत किशोर ने भारी संख्या में जुटे मतदाताओं से नवादा के प्रत्याशी डॉक्टर अनुज सिंह को भारी मतों से विजय बनाने का आह्वान किया है ।
बातचीत करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि इस बार अपने बेटे की शिक्षा ,अपने बेटों के रोजगार ,बिहार से पलायन रोक कर विकसित बिहार बनाने के उद्देश्य से जात-पात की भावना से ऊपर उठकर मतदान करें। तभी आप अपने बच्चों को बेहतर बना सकते हैं ।उन्होंने कहा कि आज तक जितने सरकार बनी, सब अपने परिवार व अपने लोगों के लिए काम किया। लेकिन बिहार के गरीबो के लिए किसी ने नहीं सोचा ।उन्होंने कहा कि एनडीए तथा महागठबंधन के नेताओं के भरम जाल में नहीं रहे ।महागठबंधन ने 15 वर्षों तक तथा एनडीए ने बिहार में 20 वर्षों तक शासन किया है। तब भी बिहार की बदहाली खत्म नहीं हुई ।
उन्होंने कहा कि लाखों लोग पलायंनकर रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में मार खाने को मजबूर हैं ।इसीलिए नवादा के बेटा डॉक्टर अनुज सिंह को वोट देकर जीतना जरूरी है ।उन्होंने कहा कि राजनीति में प्रशांत किशोर पैसा कमाने नहीं आया है। बल्कि बिहार में जन्म लेने के कारण बिहार का कर्ज चुकाने आया है। उन्होंने कहा कि नवादा में उनका रोड शो ऐतिहासिक रहा। नवादा के लाखों लोगों ने फूल बरसा कर जो स्वागत किया इसे कभी भुला नहीं जा सकता है।
उन्होंने नवादा के प्रत्याशी डॉ अनुज सिंह को बेहतर शिक्षाविद के साथ बेहतर राजनेता करार देते हुए कहा कि आप बुलंदी से चुनाव लड़ रहे हैं ।भारी मतों से चुनाव जीतकर आप नवादा वासियों की सेवा करेंगे । सैकड़ों मोटरसाइकिल तथा चार पहिया वाहनों के काफिले के साथ प्रशांत किशोर को नवादा में रोड से ले जाकर खराठ मोड पर विदाई दी गई। निश्चित तौर पर आज का रोड शो को राजनीतिक क्षेत्र में ऐतिहासिक माना जा रहा है।















