
नई दिल्ली। ‘प्रधानमंत्री मुद्रा योजना’ के आज दस साल पूरे हो गए। इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि यह योजना छोटे उद्योगों को आत्मनिर्भर एवं सशक्त करने में अत्यंत प्रभावी रही है।
नड्डा ने मंगलवार को एक्स पर तस्वीरें साझा कर लिखा कि 08 अप्रैल 2015 को आरंभ ‘प्रधानमंत्री मुद्रा योजना’ छोटे उद्योगों को आत्मनिर्भर एवं सशक्त करने में अत्यंत प्रभावी रही है। इसके अंतर्गत 52 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को गारंटी मुक्त लोन का वितरण किया गया है, जिसमें लगभग 70 प्रतिशत महिला लाभार्थी हैं। इस महत्वाकांक्षी योजना से विगत 10 वर्षों में देश के करोड़ों नागरिकों का स्व-रोजगार सुलभ होने के साथ देश के आर्थिक तंत्र को भी बल मिला है। उन्होंने देशवासियों की आर्थिक समृद्धि, स्वावलंबन एवं आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने की इस अद्वितीय उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री का आभार प्रकट किया।
भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि 10 साल पहले प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के शुभारंभ के साथ एक परिवर्तनकारी यात्रा शुरू हुई थी। एक ऐसी पहल जिसने भारत के छोटे उद्यमियों की आकांक्षाओं को फिर से परिभाषित किया। अपने शुभारंभ के बाद से मुद्रा योजना ने 52 करोड़ से अधिक उद्यमियों को 32.61 लाख करोड़ के ऋण स्वीकृत किए हैं, जिससे स्वरोजगार एवं नवाचार के द्वार खुले हैं, खासकर छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में। इसने “नौकरी चाहने वालों के बजाय नौकरी देने वालों” के निर्माण के दृष्टिकोण को मजबूत किया।
नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में छोटे व्यवसायों के लिए ऋण तक पहुंच पहले से कहीं अधिक आसान हो गई है। मुद्रा ने अनगिनत व्यक्तियों को उद्यमी बनने, रोजगार सृजन को सक्षम करने और भारत की वृद्धि एवं विकास में योगदान देने के लिए सशक्त बनाया है।