
इश्क की दास्तां में आशिक लुटेरे की घुसपैठ
– कथित पीड़ित परिवार ने तहरीर देने से किया इंकार
– लूट करने नहीं, अपनी माशूका से मिलने आया था
कानपुर। झूठ की बुनियाद पर रची गई कहानी ने खाकी वर्दी को परेशान कर दिया। वॉयरलेस पर संदेश गूंजा कि सेंट्रल जोन के अमुक इलाके में देर रात एक बदमाश ने एक परिवार को गन-प्वाइंट पर लेकर गहने-नगदी लूटने का दुस्साहस किया। कहानी के क्लाइमेक्स में बताया कि, आहट होने पर बदमाश लूट का माल छोड़कर भाग निकला। पुलिस ने तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लेकिन किसी बदमाश की मौजूदगी नजर नहीं आई। पोल खुलने की नौबत आई तो कथित पीडित परिवार ने इज्जत बचाने की खातिर तहरीर देने से इंकार कर दिया। दरअसल, मामला इश्कबाजी से जुड़ा है, लुटेरा एक आशिक है, जोकि अपनी माशूका से चोरी-चुपके मिलने पहुंचा था।
कहानी में इतने छेद कि कन्फ्यूज होना तय
शनिवार रात कहानी गढ़ी गई। बताया गया कि, मुस्लिम मोहल्ले के सभ्रांत परिवार में रात एक बजे नकाबपोश बदमाश ने दरवाजा खटखटाया। जैसे ही किवाड़ खोला गया तो बदमाश ने सामने मौजूद बच्चे को गन-प्वाइंट पर लेकर सभी महिलाओं के गहन-जेवर उतरवाकर अपने पिट्ठू बैग में रखा लिये। इसके बाद नगदी समेटी और महिलाओं को हथियार की गोलियां दिखाकर डराया कि, खिलौना नहीं बल्कि असली है। कहानी का अगला हिस्सा है कि, इसी दरमियान, बाहर कुछ आहट हुई तो बदमाश डर गया और अपना पिट्ठू बैग छोड़कर एक मोबाइल छीनकर भागा, लेकिन मोबाइल भी घर से बाहर कुछ दूर फेंक दिया। पुलिस ने सवाल किया कि, अव्वल लूट के इरादे से अकेले बदमाश आते नहीं है, इसके अतिरिक्त हथियार से लैस बदमाश सिर्फ आहट होने से कैसे डर गया। एक सवाल यह कि, भागना था तो गहनों को बैग क्यों छोड़कर भागा।
पड़ताल में इश्क की दास्तां सामने आई
गन-प्वाइंट पर लूट की खबर थी, लिहाजा पुलिस चौकन्नी हुई। अगली सुबह इलाके के तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, लेकिन किसी बदमाश की मौजूदगी नजर नहीं आई। कहानी गढ़ी हुई महसूस हुई तो नए एंगल से जांच हुई। अब मालूम हुआ कि, दरअसल लूट नहीं बल्कि इश्क की दास्तां है, जिसमे परिजनों ने आशिक की लुटेरे के रूप में घुसपैठ कराने का प्रयास किया है। बावजूद, पुलिस ने कथित पीड़ित परिवार से लूट की घटना की तहरीर मांगी तो इंकार कर दिया गया। परिवार ने कहाकि, वह इस मामले में किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं चाहते हैं। इलाके के एसीपी ने जोर देकर कार्रवाई से इंकार का कारण पूछा तो परिजनों ने चुप्पी साधना मुनासिब समझा।
आशिक की आमद की खबर लीक हुई
चर्चा है कि, कहानी गढ़ने वाले परिवार की एक लड़की का हम-बिरादरी नौजवान से इश्किया रिश्ता है। लैला-मजनू ने शनिवार की रात इश्क मुकम्मल करने के लिए मुलाकात का इरादा बनाया था। मोबाइल के मैसेज को किसी परिजन ने देख लिया तो मजनू को सबक सिखाने के लिए रतजगा हुआ। जैसे ही एक बजे किवाड़ में दस्तक हुई तो लैला से कुंडी खुलवाई गई और मजनू को दबोच लिया गया। मोहब्बत के दुश्मनों के अप्रत्याशित हमले से घबराया आशिक जैसे-तैसे भागा और उसके हाथ में परिवार के एक सदस्य का मोबाइल फोन आ गया था, जिसे उसने घर के बाहर फेंक दिया। इस मामले को लूट की कहानी गढ़कर आशिक को जेल भिजवाने का इरादा बनाया गया, लेकिन बाद में इंकार कर दिया गया। कारण यह कि, डर था कि पकड़े जाने पर कथित बदमाश अपनी इश्किया कहानी को सुनाकर परिवार की इज्जत को माटी में मिला सकता है।