
शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने पाकिस्तान की हॉकी टीम को भारत में होने वाले हॉकी एशिया कप 2025 में शामिल होने की खबरों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने केंद्र सरकार पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब देश पाकिस्तान की आतंकी मानसिकता से लड़ रहा है, ऐसे समय में उसी देश की टीम को भारत बुलाकर खेलने की अनुमति देना विरोधाभासी है।
बिहार के राजगीर में होना है टूर्नामेंट
हॉकी एशिया कप का आयोजन 27 अगस्त से 7 सितंबर 2025 तक बिहार के राजगीर में किया जाना है। इस बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारत सहित आठ टीमें हिस्सा लेंगी। पाकिस्तान की भागीदारी को लेकर पहले संशय था, लेकिन खेल मंत्रालय ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी अंतरराष्ट्रीय खेल टूर्नामेंट में किसी देश की भागीदारी के खिलाफ नहीं है। इसके बाद पाकिस्तान हॉकी टीम का भारत आना लगभग तय माना जा रहा है।
पाकिस्तान को अभी भी है सरकार की मंजूरी का इंतजार
हालांकि, पाकिस्तान हॉकी महासंघ (PHF) और पाकिस्तान स्पोर्ट्स बोर्ड (PSB) के अधिकारियों के मुताबिक, उन्हें अभी तक पाक सरकार से टूर्नामेंट में भाग लेने की अनुमति नहीं मिली है। गौरतलब है कि एशिया कप के अलावा नवंबर-दिसंबर में जूनियर हॉकी विश्व कप का आयोजन भी भारत में ही होना है।
आदित्य ठाकरे का केंद्र पर हमला
आदित्य ठाकरे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा, “एक तरफ हम पाकिस्तान की आतंकी सोच से लड़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार उसी देश की टीम को भारत बुलाकर हमारे खिलाड़ियों के खिलाफ खेलने दे रही है।” उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर अब किसी को आपत्ति नहीं है तो फिर बीसीसीआई भी जल्द ही क्रिकेट एशिया कप में पाकिस्तान की भागीदारी को मंजूरी दिलवाने की कोशिश करेगी।
दोहरा मापदंड या खेल भावना?
यह पूरा मामला सिर्फ खेल प्रतियोगिता से जुड़ा नहीं रह गया है, अब यह एक राजनीतिक और कूटनीतिक मुद्दा भी बन गया है। एक ओर भारत-पाक रिश्तों में तनाव बना हुआ है, दूसरी ओर केंद्र सरकार की ओर से खेल प्रतियोगिताओं में पाकिस्तानी टीमों को आने की अनुमति देना विपक्ष के निशाने पर है।