अपराधियों के खिलाफ पुलिस की सख्ती: इनामुल हक़ समेत बड़े अपराधियों की खुलेगी हिस्ट्रीशीट

भास्कर ब्यूरो

बरेली। ज़मीन पर नफरत फैलाने वाले, कानून को ठेंगा दिखाने वाले और समाज को गंदगी की दलदल में धकेलने वाले 31 अपराधियों के खिलाफ अब पुलिस ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। आतंक के बीज बोने वाले आतंकी इनामुल हक से लेकर गोमांस तस्कर, मादक पदार्थों के सौदागर और वाहन चोर – सभी की हिस्ट्रीशीट एक साथ खोलकर एसएसपी अनुराग आर्य ने साफ संदेश दिया है कि अब बख्शा नहीं जाएगा। कानून का डंडा अब सीधे सिर पर पड़ेगा।

मो. इनामुल हक, वही शख्स जिसने अल-कायदा जैसे खूंखार आतंकी संगठन के लिए देश के युवाओं को गुमराह करने का पाप किया। कटघर के तिलक इंटर कॉलेज के पास रियाज कॉलोनी में रहने वाला ये व्यक्ति सिर्फ बरेली ही नहीं, पूरे देश के लिए खतरा बन चुका था। लखनऊ एटीएस ने 18 जून 2020 को इसे गिरफ्तार किया था।

जांच में साफ हुआ कि यह शोएब उर्फ अबु मोहम्मद अल हिंदी नाम से ऑनलाइन युवाओं का ब्रेनवॉश कर रहा था और उन्हें आतंक के रास्ते पर ले जा रहा था। ये अकेला नहीं था – इसके साथ जम्मू-कश्मीर के कठुआ निवासी शकील डार उर्फ इकबाल कुरैशी भी था। मिलकर दोनों ने ‘लाइफ इज फॉर जिहाद’ नाम का एक ग्रुप बनाया था, जिसमें आयशा केरल, आदिल केएस और मोहम्मद वकास खान जैसे लोग शामिल थे। ये ग्रुप भारत में आतंकी हमलों की साजिशें रच रहा था। नवंबर 2024 में इनामुल को दस साल की कठोर कैद और जुर्माने की सजा मिली, लेकिन अब उसकी हिस्ट्रीशीट खुलकर पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हो चुकी है – यानी अब हर हरकत पर पहरा है।

आतंकी के साथ-साथ गोमांस तस्करी करने वाले 27 ऐसे लोग हैं, जो सालों से इस अवैध कारोबार से न सिर्फ कानून को धता बताते रहे, बल्कि धार्मिक भावनाओं को भी लगातार ठेस पहुंचाते रहे। ये वही लोग हैं जिनकी वजह से सांप्रदायिक तनाव की चिंगारियां कई बार धधकीं, और जिनकी हरकतों ने शहर की फिजा को बार-बार जहरीला किया।

इनमें मीरगंज का पप्पू कुरैशी, सिरौली का आबिद अली उर्फ अर्दली, बहेड़ी का खलील और हसीब, शीशगढ़ का अफजाल उर्फ छोटे, देवरनिया के इरफान और आमिर जैसे नाम शामिल हैं। इन सभी की हिस्ट्रीशीट खोलने का मतलब है – अब ये लोग पुलिस की रडार से हट नहीं सकते। इनके हर कदम, हर गतिविधि पर अब सीधी निगरानी होगी।

क्या कोई समाज तबाह करने के लिए आतंकियों से कम होता है? बिल्कुल नहीं। नशे का जहर फैलाने वाले और गाढ़ी मेहनत की कमाई पर हाथ साफ करने वाले वाहन चोर भी उतने ही खतरनाक हैं। पुलिस ने इस बात को बखूबी समझा है और विशारतगंज के साजिद हुसैन और अलीगंज के संजीद खां जैसे नशा तस्करों पर भी शिकंजा कस दिया है।प्रेमनगर के वाहन चोर अंजुम खां की हिस्ट्रीशीट भी खोली गई है – जो इस बात का सबूत है कि अब चोरी-छिपे कुछ नहीं बचेगा। पुलिस की आंख अब हर तरफ है और ऐसे लोग चाहे जिस गली में हों, अब चैन से सांस नहीं ले पाएंगे।

एसएसपी अनुराग आर्य की अगुवाई में बरेली पुलिस ने यह दिखा दिया है कि अब किसी भी अपराधी को ‘छोटी मछली’ समझकर छोड़ा नहीं जाएगा। हिस्ट्रीशीट खोलना महज एक औपचारिकता नहीं, बल्कि सीधी चेतावनी है – “अब हरकत दिखाई तो सीधा सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जाएगा।”
अनुराग आर्य ने साफ कहा है कि यह कार्रवाई प्रतिपालन की नीति के तहत की गई है – यानी अब इन अपराधियों के घर पुलिस जाएगी, पूछताछ होगी, गतिविधियों की जांच होगी, और ज़रूरत पड़ी तो तुरंत गिरफ्तारी भी होगी।

इन 31 हिस्ट्रीशीट्स में सबसे ज्यादा 10 हिस्ट्रीशीट भोजीपुरा थाने में खोली गई हैं – जो दर्शाता है कि यह इलाका अपराधियों की शरणस्थली बन चुका है। अब पुलिस की विशेष नजर इस क्षेत्र पर होगी और हर संदिग्ध गतिविधि की बारीकी से जांच की जाएगी।
हिस्ट्रीशीट खोलना सिर्फ शुरुआत है। आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ सकती है।एसएसपी का कहना है – अपराध चाहे जिस रूप में हो, बख्शा किसी को नहीं जाएगा। आतंकी हो या तस्कर, चोर हो या नशे का सौदागर – हर एक पर अब कानून का शिकंजा मजबूत होगा।

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