
देहरादून। हरिद्वार के मनसा देवी क्षेत्र में हाल ही में हुई घटना के बाद पुलिस विभाग हरकत में आ गया है। गढ़वाल परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक राजीव स्वरूप ने सभी जनपद प्रभारियों को स्पष्ट और सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
आईजी ने आगामी त्योहारों, स्नानों और धार्मिक आयोजनों को ध्यान में रखते हुए धार्मिक स्थलों की सुरक्षा, श्रद्धालुओं की भीड़ नियंत्रण और आकस्मिक घटनाओं की रोकथाम के लिए ठोस रणनीति बनाने को कहा है। गढ़वाल के सभी जनपदों में इन निर्देशों के अनुसार व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है।
मुख्य दिशा-निर्देश इस प्रकार हैं –
- ठोस कार्ययोजना तैयार करना:
हर जनपद में धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण के लिए स्पष्ट कार्ययोजना (SOP) बनाई जाए। - स्थलों का चिन्हीकरण और विश्लेषण:
पुलिस और खुफिया इकाई के माध्यम से प्रत्येक धार्मिक स्थल को चिन्हित किया जाए और यह आकलन किया जाए कि किस अवसर पर वहां कितनी भीड़ जुटती है। - सुरक्षा ऑडिट अनिवार्य:
हर 15 दिन में सुरक्षा ऑडिट कराई जाए, जिसमें भीड़ नियंत्रण, सुरक्षा और आकस्मिक उपायों की समीक्षा हो। - बिजली और अग्नि सुरक्षा की व्यवस्था:
सभी धार्मिक स्थलों पर पर्याप्त बिजली व्यवस्था और अग्निशमन उपकरण लगाए जाएं। संचालन के लिए फायर कर्मी भी तैनात किए जाएं। - सुरक्षा बल की तैनाती:
प्रत्येक स्थल पर पर्याप्त संख्या में प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मी तैनात हों, जिनका नेतृत्व उपनिरीक्षक स्तर के अधिकारी करें। - मॉक ड्रिल का आयोजन:
समय-समय पर मॉक ड्रिल आयोजित कर सुरक्षा व्यवस्था की प्रभावशीलता की जांच की जाए और त्रुटियों का तुरंत समाधान हो। - मंदिर समितियों से समन्वय:
मंदिर समितियों के साथ गोष्ठी आयोजित कर उनके सुझाव लिए जाएं और सुरक्षा उपायों में आवश्यक सुधार किए जाएं। - खुफिया निगरानी:
धार्मिक स्थलों पर संभावित खतरों की पहचान के लिए स्थानीय खुफिया इकाइयों से सतत सूचना संकलन कराया जाए।