
कानपुर। लगातार लुढ़कती आईजीआरएस रैंकिंग तथा सीएम डैशबोर्ड में कमिश्नरेट पुलिस की गिरती साख को सुधारने के लिए क्राइम मीटिंग में पुलिस कमिश्नर ने थानेदारों से लेकर एसीपी तक को सख्त हिदायत देते हुए कामकाज का तौर-तरीका तत्काल सुधारने का आदेश दिया है। जन-शिकायत, आईजीआरएस, सीएम डैशबोर्ड की रैंकिंग में निचले पायदान पर रहने वाले चार इंस्पेक्टरों से थानों का प्रभाव छीनकर नौ थानों में नए चेहरों की तैनाती की गई है, जबकि बड़ी संख्या में लंबित विवेचना के कारण छह थानों के प्रभारियों को पर्सनल चेतावनी जारी हुई है। इसी के साथ हत्या, महिला अपराध, चोरी के मामलों में त्वरित विवेचना का आदेश जारी करते हुए तय किया गया है, अब डीसीपी के साथ-साथ एसीपी भी अपने प्रभार क्षेत्र के थानों का अर्दली रूम निरीक्षण करेंगे। एसीपी के निरीक्षण के आधार पर एडीसीपी आख्या तैयार करेंगे। सड़क पर स्टंट रोकने की जिम्मेदारी ट्रैफिक पुलिस के बजाय थानों के हवाले होगी। क्राइम मीटिंग में पुलिस कमिश्नर के तेवर और फटकार के आधार पर चर्चा है कि, अगले कुछ दिनों में छह अन्य छह थानों के प्रभारी बदले जाएंगे। मौजूदा थानेदारों को दूसरे मोर्चों पर तैनात किया जाएगा।
खराब रैंकिंग के चलते तमाम इंस्पेक्टरों को हिदायत
क्राइम मीटिंग में पुलिस कमिश्नर की प्राथमिकता आईजीआरएस रैंकिंग में सुधार थी। सितंबर महीने की रैंकिंग में कमिश्नरेट पुलिस एक पायदान और फिसल गई थी। सितंबर माह में कानपुर की 67वीं रैंक आई है जबकि अगस्त में 66वीं रैंक थी। 52 में से सिर्फ 15 थाना प्रभारियों को 100 में 100 अंक हासिल हुए थे। ऐसे में रैंकिंग में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले चौबेपुर के साथ-साथ साढ़, बिठूर को सख्त हिदायत के साथ पुलिस कमिश्नर ने कामकाज का तौर-तरीका सुधारने के लिए कहा है। सभी थानेदारों और एसीपी को स्पष्ट कर दिया गया है कि, जन-सुनवाई और सीएम डैशबोर्ड के फीडबैक के आधार पर रैंकिंग तय होती है, ऐसे में फरियादियों को पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट करने का दायित्व थाना-चौकी और एसीपी की सीधी जिम्मेदारी है। देर शाम जारी ट्रांसफर सूची के मुताबिक अजय प्रकाश मिश्रा को कल्याणपुर से चकेरी, देवेंद्र सिंह को जेसीपी के पीआरओ से स्वरुपनगर इंस्पेक्टर, राजेंद्र कांत शुक्ला को अपराध शाखा से कल्याणपुर इंस्पेक्टर, संजय सिंह को अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक बर्रा से फजलगंज इंस्पेक्टर, राजेश कुमार को अपराध शाखा से महाराजपुर इंस्पेक्टर, संतोष शुक्ला को चकेरी से पीआरओ डीसीपी-ट्रैफिक, सुनील सिंह को फजलगंज से प्रभारी एंटी थेप्ट यूनिट, सूर्यबली पाण्डेय को स्वरूपनगर से अपराध शाखा और संजय पाण्डेय को महाराजपुर से प्रभारी कमांडो स्वाट टीम बनाया गया है।
लंबित विवेचना के कारण छह को चेतावनी पत्र
क्राइम मीटिंग में लंबित विवेचनाओं का ग्राफ देखकर पुलिस कमिश्नर के तेवर सख्त थे। महिला अपराध, हत्या, लूट के साथ चोरी-नकबजनी के मामले थाना-चौकी में लंबित पड़े हैं। ऐसे में एक महीने के अंदर सभी विवेचनाओं को गुण-दोष के आधार पर प्राथमिकता से निस्तारित करने का आदेश दिया गया है। विवेचना के मामले में लापरवाही बरतने के कारण शहर कोतवाली, साढ़, सचेंडी, हरवंशमोहाल जूही और बाबूपुरवा के इंस्पेक्टरों को चेतावनी पत्र लिखा गया है। पुलिस कमिश्नर ने मिशन शक्ति अभियान को हकीकत में नजीर बनाने पर जोर दिया। स्मार्ट पुलिसिंग के लिए पुलिस लाइन से 200 सिपाहियों को थानों में तैनात किया गया है।
थाना पुलिस रोकेगी सड़क पर स्टंट और फर्राटा
गंगा-बैराज पर स्टंटबाजी के कारण भाविका गुप्ता की मौत का मामला क्राइम मीटिंग में गूंजा। शहर में तमाम स्थानों पर स्टंट रोकने के लिए पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट कहाकि, ट्रैफिक पुलिस के जिम्मे शहर का यातायात सुधारना है, लेकिन स्टंट रोकने की जिम्मेदारी संबंधित थाना पुलिस के हवाले रहेगी। थानेदारों को स्पष्ट बता दिया गया है कि, स्टंट के कारण किसी निर्दोष की जिंदगी खतरे में आई तो स्टंटबाज के साथ-साथ थाना-चौकी के जिम्मेदार भी सजा के हकदार होंगे। मीटिंग के अंत में तय किया गया कि, स्मार्ट पुलिसिंग के लिए एसीपी के स्तर पर थानों का अर्दली रूम निरीक्षण जरूरी है। अब सभी एसीपी अपने प्रभार क्षेत्र के थानों का निरीक्षण करने के बाद एडीसीपी को रिपोर्ट करेंगे।










